भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की कमान किसके हाथों में सौंप जाएगी. इसका फैसला सोमवार शाम होने वाली विधायक दल की बैठक में हो जाएगा. कई सालों बाद विधायक दल की बैठक बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में होने जा रही है. इसके लिए सभी विधायकों को आधिकारिक रूप से सूचना दी जा चुकी है. विधायक दल की बैठक को लेकर पार्टी कार्यालय द्वारा शेड्यूल जारी किया गया है. इसके तहत सोमवार दोपहर 1:00 बजे से विधायक दल की बैठक के लिए पंजीयन शुरू होंगे.
पर्यवेक्षक सुबह पहुंचेंगे भोपाल: विधायक दल की बैठक के लिए दोपहर 1:00 बजे से 3:00 तक विधायकों की पंजीयन किए जाएंगे. इसके बाद दोपहर 3:00 बजे विधायक दल के सदस्यों का समूह फोटोग्राफ होगा. दोपहर 3:50 पर विधायक दल की बैठक शुरू होगी. बैठक के लिए सभी भाजपा विधायकों को सूचना दे दी गई है. विधायक दल की बैठक नियुक्त किए गए पर्यवेक्षक हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर के लक्ष्मण और राष्ट्रीय सचिव आशा लकड़ा की उपस्थिति में होगी. नियुक्त किए गए पर्यवेक्षक सुबह 10:30 पर भोपाल पहुंचेंगे. उधर विधायक दल की बैठक को लेकर बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में तमाम व्यवस्थाएं की गई है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने बैठक की तैयारी को लेकर निरीक्षण किया.
19 साल बाद आला कमान का संदेश लेकर आ रहे पर्यवेक्षक: मध्य प्रदेश में चुनाव परिणाम घोषित होने के 7 दिन बाद सोमवार को पर्यवेक्षक मध्य प्रदेश पहुंच रहे हैं. यह करीब 19 साल बाद है. जब मध्य प्रदेश में सीएम के लिए पर्यवेक्षक भेजे गए हैं. शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री बनने के बाद बीजेपी ने 2008, 2013 में चुनाव जीता. जबकि 2020 में कांग्रेस सरकार गिरने के बाद भी मुख्यमंत्री पद के लिए स्वाभाविक रूप से शिवराज का ही नाम सामने आया था, लेकिन इस बार बीजेपी की जबरदस्त जीत के बाद पर्यवेक्षक मध्य प्रदेश आ रहे हैं.