MP Ministers Got Charge: कैबिनेट विस्तार के बाद CM शिवराज ने नवनियुक्त मंत्रियों को सौंपा प्रभार, राजेंद्र शुक्ला बने जनसंपर्क मंत्री
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नव नियुक्त 3 मंत्रियों को विभाग बांट दिए हैं. राजेंद्र शुक्ला को पीएचई और जनसंपर्क तो गौरीशंकर बिसेन को नर्मदा घाटी विकास विभाग का प्रभार सौंपा गया है. वहीं राहुल लोधी कुटीर एवं ग्रामोद्योग का कार्यभार संभालेंगे.
भोपाल (एएनआई)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कैबिनेट में तीन नवनियुक्त मंत्रियों को प्रभार सौंप दिए हैं. रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ला, बालाघाट विधायक गौरीशंकर बिसेन और खरगापुर विधायक राहुल सिंह लोधी को प्रभार दिया गया. सीएम चौहान ने गौरीशंकर बिसेन को नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण (एनवीडीए) का प्रभार सौंपा है. राजेंद्र शुक्ला को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं जनसंपर्क तथा राहुल लोधी (राज्य मंत्री) को कुटीर एवं ग्रामोद्योग (स्वतंत्र प्रभार) एवं वन का कार्यभार दिया गया.
26 अगस्त को विधायकों ने ली थी शपथ: इससे पहले 26 अगस्त को शिवराज सिंह चौहान ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया था. मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल में 3 और विधायकों को शामिल किया. इन तीनों विधायकों ने राजभवन में एक समारोह में मंत्री पद की शपथ ली थी. इस विस्तार से पहले, राज्य मंत्रिमंडल में सीएम सहित 31 सदस्य थे. संवैधानिक मानदंडों के अनुसार, यह संख्या 35 तक जा सकती है, जो 230 सदस्यों वाली एमपी विधानसभा की ताकत का 15 प्रतिशत है. शिवराज चौहान के मंत्रिमंडल का आखिरी विस्तार जनवरी 2021 में हुआ था.
एमपी में साल के अंत में होना है चुनाव: विंध्य क्षेत्र में रीवा निर्वाचन क्षेत्र से 4 बार विधायक रहे राजेंद्र शुक्ला नए मंत्रियों में से एक हैं. शुक्ला ने पहले मध्य प्रदेश सरकार में वाणिज्य मंत्री के रूप में कार्य किया था. शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में खड़गपुर से नेता राहुल लोधी को भी शामिल किया गया है, राज्य की आबादी में ओबीसी की आबादी करीब 40 फीसदी है. वह मई 2021 में एक उपचुनाव में दमोह निर्वाचन क्षेत्र के लिए चुने गए थे. मध्य प्रदेश उन पांच राज्यों में से एक है जहां इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं.
39 उम्मीदवारों की सूची जारी: हाल ही में भाजपा ने 230 सीटों वाली राज्य विधानसभा के लिए 39 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की. जिसके बाद पार्टी से टिकट चाहने वाले प्रमुख नेताओं ने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में अपनी पकड़ दिखाने की तैयारी तेज कर दी है. मध्य प्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 114 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और बीजेपी को 109 सीटें मिलीं. लेकिन 2020 में कमलनाथ सरकार गिरने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने फिर से सरकार बना ली. (एएनआई)