टिकट के लिए भाजपा के मंत्रियों और विधायकों को सोशल मीडिया पर दिखाना होगा दम भोपाल।मध्यप्रदेश में बीजेपी सरकार ने अपने मंत्रियों और विधायकों से कह दिया है कि इस बार टिकट का मापदंड आपका मैदानी सर्वे तो हो होगा ही, लेकिन साथ में ये भी देखा जायेगा कि आप की सोशल मीडिया पर कितनी पकड़ है और अपने क्षेत्र में आपके कितने फालोवर्स हैं. (Bjp ministers show their strength on social media)
सात से 8 फीसद मंत्री ने नहीं बढ़ाए अपने फालोवरः हाल ही शिवराज सिंह ने सभी मंत्रियों को खास निर्देश दिए कि वे सोशल मीडिया पर अपने फालोवर बढ़ाएं. यह फालोवर प्रदेश स्तर पर होने के साथ उनके निर्वाचन क्षेत्र में भी सक्रिय रूप में दिखने चाहिए. इस बीच मंत्रियों की रिपोर्ट के आधार पर सरकार के संज्ञान में यह बात लाई गई है कि अभी भी 7 से 8 फीसदी मंत्री सोशल मीडिया पर अपने फालोवर नहीं बढ़ा पाए हैं. वही Chief Minister Shivraj Singh ने मंत्रियों के साथ अब विधायकों को भी सोशल मीडिया पर अधिकतम एक्टिव रहने के लिए कहा है. इस बार सोशल मीडिया में आपकी सक्रियता और निष्क्रियता आपका टिकट तय करने में एक अहम भूमिका निभाएगी. (7 to 8 percent ministers not increase followers)
सरकार ने मंत्रियों को दिए हैं टेक्निकल स्टाफः सभी मंत्रियों से सोशल मीडिया में अपनी सक्रियता बढ़ाने के लिए कहा गया है. इसके लिए सरकार ने मंत्रियों को संसाधन भी उपलब्ध कराए हैं. और कहा है कि जितने वोटर मंत्री के चुनाव क्षेत्र में हैं. उसका 5 फीसदी वोटर मंत्री का फालोवर होने चाहिए. इसके बाद सभी मंत्रियों के सोशल मीडिया अकाउंट जैसे ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम तेजी से एक्टिवेट किए जा रहे हैं.इसके बाद मंत्रियों की सक्रियता भी दिखने लगी है. (Government has given technical staff to ministers)
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92 प्रतिशत मंत्रियों के फॉलोवर्स विधानसभा क्षेत्र में 6 फीसद से ज्यादाः शिवराज सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक कैबिनेट के 92 प्रतिशत मंत्रियों के सोशल मीडिया फॉलोवर्स की संख्या उनके विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं के 6 प्रतिशत से अधिक है. इसी के चलते मंत्रियों के फालोवर बढ़ाने जिला और विकासखंड स्तर पर 25 हजार से अधिक कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया को लेकर ट्रेनिंग दी जा रही है. सभी मंत्रियों के सोशल मीडिया संचालन में सहयोग के लिए सोशल मीडिया एनालिस्ट की नियुक्ति की गई है. विभागों के मंत्री, विधायकों की सोशल मीडिया के उपयोग की मॉनिटरिंग भी की जा रही है. (Followers of 92 percent ministers more then 6 percent)
विधायकों को भी सोशल मीडिया पर दिखाना होगी परफार्मेंसः मुख्यमंत्री शिवराज ने पिछले दिनों BJP MLA के साथ किए गए वन टू वन में सबसे अधिक फोकस सोशल मीडिया पर एक्टिव होने पर दिया था. सभी विधायकों से कहा गया है कि वे सोशल मीडिया पर अपनी ताकत बढ़ाएं. इसके लिए जो साधन संसाधन जरूरी हो, वे इसकी जानकारी दें. सरकार वह सुविधा दिलाएगी. सोशल मीडिया में सरकार के काम बताएं और सरकार द्वारा उनके क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों को मीडिया के जरिये पहुंचाएं. अगले छह माह तक इसमें तेजी से काम करने के लिए सभी विधायकों को कहा गया है. (Mla will also to show performance on social media)
प्रदेश संगठन भी सोशल मीडिया पर एक्टिवःसोशल मीडिया पर मंत्रियों को followers बढ़ाने के लिए प्रदेश और राष्ट्रीय संगठन के पदाधिकारी भी कई बार कह चुके हैं. प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने दो माह पहले भी इसको लेकर मंत्रियों को निर्देश दिए थे. इस माह चार दिन पहले हुई मंत्रियों की बैठक में भी सोशल मीडिया पर मंत्रियों के फालोवर बढ़ाने के लिए कहा गया है. बीजेपी का दावा है कि उसने बूथ विस्तारक बनाए. 65 हजार बूथ को डिजिटल किया और अब कार्य विस्तारक पार्ट-2 शुरू किया गया है. सुघोष अभियान के तहत हमने 1 हजार मंडलों को IT से जुड़ी ट्रेनिंग दी. साथ ही हमने पन्ना प्रमुख के साथ निचले स्तर तक बूथ को डिजिटल किया है. अपने कार्यकर्ताओ को सोशल मीडिया से भी जोड़ने का अभियान लगातार चला रहे हैं. (state organizations also active on social media)
मंत्रालय में बनी नई हाईटेक आईटी सेलः सामान्य प्रशासन विभाग ने मंत्रालय में नई हाईटेक आईटीसेल गठित की है. यह सेल उच्च स्तरीय तकनीकी सहयोग प्रदान करेगी. यह सेल सामान्य प्रशासन विभाग के अंतर्गत उच्च स्तरीय तकनीकी सहयोग प्रदान करेगी और पूर्णकालिक संस्थागत व्यवस्था के संचालन के लिए तकनीकी सहयोग प्रदान करेगी. इसके अलावा विभाग की शाखाओं में किसी तरह की दिक्कत या समस्या आने पर उनका निराकरण करेगी. इस हाईटेक आईटी सेल का नियंत्रण सामान्य प्रशासन विभाग कक्ष 9 के आधीन रहेगा. यह सेल मंत्रालय में इंटरनेट नेटवर्क, लेन, कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर के संचालन में आने वाली तकनीकी बाधाओं को भी दूर करने का काम करेगी. (New hi tech IT cell made in the ministry)
2014 में बीजेपी ने सोशल मीडिया पर युवाओं को जोड़ाः मोदी सरकार के बनने के पहले बीजेपी ने 2014 में सोशल प्लेटफॉर्म पर काफी एक्टिविटी बढ़ा ली थी. मोदी के प्रचार प्रसार के लिए भी सोशल मीडिया का जमकर उपयोग किया गया था. हाईटेक संसाधनों के जरिए बीजेपी ने युवाओं तक अपनी पैठ बनाई जिसका नतीजा यह रहा कि मोदी खुद को वैश्विक नेता में शुमार कर सके. पढ़ा लिखा वर्ग भी बीजेपी के डिजिटल अभियान को देखकर उससे प्रभावित हुआ. (In 2014 bjp connected youth on social media)