भोपाल। राजधानी के प्रशासन अकादमी में राज्य स्तरीय मध्यप्रदेश बाल श्रम उन्मूलन कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस आयोजन में मुख्य अतिथि के तौर पर श्रम मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया शामिल हुए. श्रम मंत्री ने कहा कि जून 2020 तक प्रदेश को बाल श्रम और बंधक श्रम की कुरीतियों से मुक्त करवा दिया जाएगा.
बाल श्रम और बंधक श्रम से 2020 तक प्रदेश हो जाएगा मुक्त: महेन्द्र सिंह सिसोदिया - labor minister
राजधानी भोपाल में बाल श्रम उन्मूलन कार्यशाला में श्रम मंत्री ने 2020 तक प्रदेश को बाल श्रम और बंधक श्रम की कुरीतियों से मुक्त करने की बात कही.
श्रम उन्मूलन कार्यशाला के दौरान प्रदेश में बाल श्रम को लेकर गहन मंथन किया गया. साथ ही प्रदेश सरकार के द्वारा किए जा रहे बाल श्रम समाप्ति को लेकर कार्यों की भी रूपरेखा प्रस्तुत की गई. श्रम मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार अपने वचन पत्र के मुताबिक प्रदेश में बाल श्रम और बंधक श्रम की सामाजिक कुरीति समाप्त करने के वचन को पूरा करने के लिये दृढ़ संकल्पित है. श्रम मंत्री ने बताया कि प्रदेश में हाल ही में 211 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया है. आगामी 6 महिने में 5 हजार बाल श्रमिकों को मुक्त कराने का लक्ष्य निर्धारित है.
श्रम मंत्री ने अधिकारियों को बाल श्रम और बंधक श्रम की कुरीतियों को खत्म करने के लिए कार्य-योजना बनाने के निर्देश दिए है. उन्होंने कार्य-योजना में हर जिले के लिए निर्धारित लक्ष्य की समय-सीमा में पूर्ति की सुनिश्चित व्यवस्था करने के लिए कहा है. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सिर्फ कानून बनाने से बाल श्रम उन्मूलन की समस्या समाप्त नहीं होगी. इसके लिए राज्य सरकार के साथ स्वयंसेवी संगठनों को भी सक्रिय रूप से जमीनी स्तर पर कार्य करना होगा. उन्होंने बताया कि सीएम कमलनाथ ने बाल श्रम और बंधक मजदूरी को समाप्त करने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं.