भोपाल। कोशिश नाट्य संस्था द्वारा दूसरा अध्याय नाटक भोपाल में आयोजन किया गया. नाटक में प्रेम के कुछ ऐसे पहलुओं को दिखाने की कोशिश की गई, जो कई बार जीवन में कल्पना से परे नजर आते हैं. कोशिश नाट्य संस्था के द्वारा दूसरे अध्याय नाटक की परिकल्पना का नाट्य मंचन पहली बार राजधानी के कुक्कुट भवन में किया गया, जिसे देखने के लिए भारी संख्या में दर्शक भी पहुंचे.
जिंदगी जीने का सलीका सिखाता है दूसरा अध्याय, भोपाल में खूब बटोरी तालियां - नाटक
कोशिश नाट्य संस्था के द्वारा दूसरे अध्याय नाटक की परिकल्पना का नाट्य मंचन पहली बार राजधानी के कुक्कुट भवन में किया गया, जिसे देखने के लिए भारी संख्या में दर्शक भी पहुंचे.
दूसरा अध्याय नाटक का निर्देशन सरोज शर्मा ने किया है. नाटक के माध्यम से दो ऐसे लोगों की कहानी दिखाई गई है, जो अनजान शहर में एक दूसरे से मिलते हैं, लेकिन दोनों ही पात्रों की शादी पहले ही हो चुकी है. ऑफिस में हुई एक मुलाकात के बाद ही दोनों के बीच एक गहरा लगाव बन जाता है. दोनों के बीच दोस्ती शुरू होती यह कहानी धीरे-धीरे कई पहलुओं से लोगों को रू-ब-रू कराती है. कहानी का मुख्य पात्र दर्शकों को अपनी बीती जिंदगी का दूसरा अध्याय शुरु होने का अहसास करा रहा है.
नाटक में बताया गया है कि दोनों ही पात्र एक दूसरे की ना केवल कमियों से वाकिफ होते हैं, बल्कि एक दूसरे की जिदंगी में उत्साह लाने का भी काम करते हैं.