भोपाल। प्रदेश में होने वाले उपचुनाव से पहले ही सरकार ने एक बड़ी सौगात दी है. चार हजार आरक्षकों की भर्ती की जाएगी. इसे लेकर विज्ञापन भी जारी कर दिया गया है. प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड के माध्यम से आरक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी. ग्वालियर चंबल क्षेत्र से सर्वाधिक बेरोजगार पुलिस भर्ती के लिए आवेदन करते हैं. माना जा रहा है कि, बीजेपी को उपचुनाव में इससे बड़ा लाभ मिल सकता है, ग्वालियर चंबल क्षेत्र में कुल 16 सीटों पर उपचुनाव होना है, जिसे देखते हुए सरकार ने एक बड़ा दांव खेला है. प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड द्वारा पुलिस विभाग में आरक्षक संवर्ग की भर्ती के लिए परीक्षा कार्यक्रम भी जारी कर दिया गया है. हालांकि इसको लेकर अब सियासत शुरू हो गई है.
कमलनाथ का बयान
भर्ती प्रक्रिया को लेकर जारी किए गए विज्ञापन के बाद अब राजनीति भी शुरू हो गई है. जहां एक तरफ बीजेपी इसका श्रेय लेने में जुट गई है, तो वहीं कांग्रेस भी इस पर हमलावर हो गई है. कांग्रेस का दावा है कि, 'ये सारी प्रक्रिया तो कांग्रेस के शासनकाल के दौरान ही हो चुकी थी, यदि मार्च माह में सरकार नहीं गिरी होती, तो कांग्रेस यह सौगात दे चुकी होती'. देर रात इस संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के द्वारा ट्वीट करते हुए भी इस बात का दावा किया है. कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा है कि 'हमने फरवरी 2020 में ही पुलिस विभाग में बंपर भर्ती की तैयारी कर ली थी, लेकिन हमारी सरकार गिरा दी गई. अगले माह हमारी सरकार बनते ही पुलिस विभाग में बड़ी संख्या में भर्ती कर युवाओं को उज्जवल भविष्य दिया जाएगा'.
शिवराज सरकार पर लगाया आरोप
मुख्यमंत्री कमलनाथ का कहना है कि, हमारी सरकार के समय हमने फरवरी-2020 में पुलिस विभाग में बंपर भर्ती की पूरी तैयारी कर ली थी. हम प्रदेश में 10 हजार के करीब खाली पदों की भर्ती की प्रक्रिया मार्च माह से शुरू करने जा रहे थे. पहली बार इतनी बड़ी संख्या में पुलिस विभाग में भर्ती होने जा रही थी, इसका हमने पूरा खाका तैयार कर लिया था. पिछले कई वर्षों से पुलिस भर्ती की प्रक्रिया रुकी हुई थी, कांग्रेस सरकार में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर पुलिस की भर्ती शुरू होने जा रही थी, लेकिन हमारी सरकार बीच में ही गिरा दी गयी. जारी किए गए बयान में कमलनाथ ने कहा कि, 'मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से बेरोजगार युवा निरंतर भर्ती शुरू करने की मांग कर रहा है. हमारी सरकार के समय की पुलिस भर्ती की प्रक्रिया को तत्काल शुरू किया जाए. इस संबंध में शीघ्र नोटिफिकेशन निकाला जाए, लेकिन हमारी व युवाओं की इस मांग को शिवराज सरकार ने अनसुना कर दिया था'.
नई भर्तियों को लेकर कही ये बात
इस दौरान कमलनाथ ने कहा कि, 'उपचुनावों को लेकर अभी अपने जारी वचन पत्र में इस बात को प्रमुख रूप से उल्लेखित किया है कि, हमारी सरकार आने पर शासकीय विभागों में नियुक्ति पर लगा प्रतिबंध शिथिल करते हुए हम रिक्त पदों को भरने की कार्रवाई तत्काल प्रारंभ करेंगे. पात्रता परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को नौकरी देना तत्काल प्रारंभ किया जाए. हमारा फोकस पुलिस भर्ती से लेकर चयनित शिक्षकों की लंबित पड़ी नियुक्तियों,अतिथि शिक्षकों, अतिथि विद्वानों की मांगों का निराकरण करना, विद्युत कंपनियों के आउटसोर्स कर्मचारियों की मांगों का सहानुभूति निराकरण करना भी शामिल है'.
कमलनाथ का कहना है कि, खासकर ग्वालियर-चंबल अंचल में युवाओं के सेना, अर्धसैनिक बल, पुलिस और अन्य सुरक्षा संस्थानों में सेवा करने के दृढ़ निश्चय विचारों को साकार करने के लिए हम सरकार में आने पर नए सिरे से सशक्त कदम उठाएंगे और सैनिक स्कूलों की तर्ज पर अंचल में नवीन स्कूल खोलेंगे और खेलकूद की गतिविधियां बनाएंगे. जिससे युवा वर्ग सुरक्षा नौकरियों के लिए तैयार हो सके'.
पुलिस भर्ती के लिए 25 नवंबर से शुरू होंगे ऑनलाइन आवेदन
4 हजार पदों के लिए और आयु संबंधी विस्तृत जानकारी प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है. आरक्षक संवर्ग के लगभग 4 हजार पदों पर भर्ती होना है. प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड द्वारा जारी सूचना के अनुसार आरक्षक संवर्ग की भर्ती प्रक्रिया 25 नवंबर से प्रारंभ होगी. ऑनलाइन आवेदन पत्र 24 दिसंबर से प्राप्त किए जाएंगे. इसके अलावा ऑनलाइन आवेदन पत्र भरे जाने की अंतिम तिथि 7 जनवरी 2021 रखी गई है. आवेदन पत्र 12 जनवरी 2021 तक संशोधन किए जा सकेंगे. आरक्षक संवर्ग की परीक्षा 6 मार्च 2021 से प्रारंभ होगी. सभी तिथियां और भर्ती पद की संख्या संभावित है. जिसमें आवश्यकता अनुसार परिवर्तन भी किया जा सकता है .
पुलिस विभाग में लंबे समय से भर्ती का इंतजार कर रहे युवा भर्तियां निकालने की मांग लगातार कर रहे थे. इसे लेकर ज्ञापन भी सौंपे गए थे और कई बार प्रदर्शन भी किए गए थे. हालांकि पुलिस भर्ती की प्रक्रिया का काम कमलनाथ सरकार के दौरान भी प्रारंभ हुआ था, लेकिन आदेश जारी नहीं हो पाए थे और उससे पहले ही सत्ता परिवर्तन हो गया था. सीएम शिवराज सिंह चौहान के द्वारा भी पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए रिक्त पदों पर शीघ्र भर्ती प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए गए. जिसके बाद से ही गृह विभाग समेत अन्य विभागों में नई भर्तियों को लेकर काम शुरू हो गया है. प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट करते हुए कहा है कि, "मध्य प्रदेश पुलिस में भर्ती के इच्छुक युवाओं के इंतजार की घड़ी खत्म होने वाली है. प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड ने आरक्षक संवर्ग की भर्ती परीक्षा 2020 की परीक्षा का संभावित कार्यक्रम घोषित कर दिया है .