भोपाल। देश में बिजली संकट की आशंका के मद्देनजर मध्य प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है. पटवारी ने सीएम से मध्य प्रदेश में कोयले की उपलब्धता सुनिश्चित कराने और बिजली संकट से मुक्ति दिलाने की मांग की है.
जीतू पटवारी ने शिवराज को लिखा पत्र जीतू पटवारी ने सीएम शिवराज को लिखा पत्र
सीएम शिवराज को लिखे पत्र में जीतू पटवारी ने कहा कि "प्रदेश में कोयले से करीब 5400 मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता है लेकिन कोयले की कमी के चलते कई उत्पादन इकाईयां बंद हो गई है. जहां उत्पादन हो भी रहा है वहां भी अब क्षमता का आधा रह गया है. बताया जा रहा है कि सारणी, अमरकंटक और बिरसिंहपुर में आधे लोड पर बिजली उत्पादन हो रहा है. वहीं खंडवा में महज एक दिन का कोयला बचा है."
अनियंत्रित वित्तीय प्रबंधन के लिए सिस्टम जिम्मेदार
पूर्व मंत्री पटवारी ने पत्र में लिखा है कि "मध्य प्रदेश में बिजली उत्पादन के लिए करीब 65 हजार मीट्रिक टन कोयले की आवश्यकता पड़ती है. ये कोयला डब्लूसीएल, एसीसीएल और एनसीएल से एमपी पावर मैनेजमेंट कंपनी के पावर प्लांट में पहुंचता है. बताया जा रहा है कि प्रदेश की विद्युत वितरण कंपनियों पर करीब 6 हजार करोड़ रुपए की देनदारी है. यह रकम लंबे समय से मध्य प्रदेश पावर जनरेशन कंपनी को नहीं मिली है." पटवारी ने कहा कि सरकारी अव्यवस्था और अनियंत्रित वित्तीय प्रबंधन के चलते मध्य प्रदेश को अंधेरे की ओर धकेला जा रहा है. इसके लिए पूरा सिस्टम जिम्मेदार है.
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कांग्रेस पूरे प्रदेश में करेगी विरोध
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि कोरोना को महामारी बनाने में इस तरह की लापरवाही मध्य प्रदेश देख चुका है. पेट्रोल और डीजल पर टैक्स वसूली का सरकारी लालच भी प्रदेश गंभीरता से देख रहा है. यदि त्योहारों के अवसर पर सरकारी लापरवाही से बिजली कटौती की गई तो मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी पूरे प्रदेश में विरोध करेगी.