भोपाल। कोरोना संक्रमण के कारण उपजे ऑक्सीजन संकट से निजात दिलाने के लिए बोाकारो से संजीवनी लेकर पहली ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन सुबह 9 बजे मंडीदीप पहुंची. बोकारो से मंडीदीप तक पहुंचने में ऑक्सीजन एक्सप्रेस को 28 घंटे का सफर तय करना पड़ा. इस ऑक्सीजन एक्सप्रेस में छह टैंकर बोकारो से रवाना हुए इनमें से एक टैंकर ऑक्सीजन जबलपुर, तीन टैंकर सागर और दो टैंकर मंडीदीप, भोपाल पहुंचे हैं. ऑक्सीजन एक्सप्रेस बोकारो से झारसुगड़ा, बिलासपुर, न्यू कटनी जंक्शन से जबलपुर तक और फिर सागर होते हुए मंडीदीप पहुंची. जबलपुर के भेड़ाघाट, सागर के मकरोनिया और भोपाल के मंडीदीप में टैंकरों को उतारने के लिए रैम्प तैयार किए गए थे.
भोपाल पहुंची ऑक्सीजन स्पेशल ट्रेन ऑक्सीजन एक्सप्रेस के लिए बनाया ग्रीन कॉरिडोर
ऑक्सीजन एक्सप्रेस को कम समय में राज्यों तक पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है. मंडीदीप स्टेशन में जैसे ही ट्रेन पहुंची तो नगर निगम भोपाल, रायसेन पुलिस और रेलवे के अधिकारियों ने इसका स्वागत किया है. इसके साथ ही ऑक्सीजन एक्सप्रेस से टैंकरों को उतारने का काम शुरु हुआ.
- डिमांड के हिसाब से बटेगी ऑक्सीजन
नगर निगम पीआरओ प्रेमशंकर शुक्ला ने बताया कि इन टैंकरों को गोविंदपुरा स्थित आईनॉक्स के प्लांट में भेजा जा रहा है. जहां से जरूरत के हिसाब से ऑक्सीजन का वितरण अस्पतालों को किया जाएगा. वहीं नगर निगम भोपाल के इंजीनियर चंचलेश के मुताबिक एक टैंकर की क्षमता 22 टन ऑक्सीजन की है. जो डिमांड के हिसाब से वितरित की जाएगी. टैंकर खाली होने पर एयरलिफ्ट कर वापस बोकारो भेजे जाएंगे.
- 25 मिनट में मंडीदीप से भोपाल पहुंचे टैंकर
ऑक्सीजन टैंकर लेकर बोकारो से आए टैंकर के ड्राइवर ने बताया कि वे मंगलवार की सुबह 5 बजे बोकारो से ट्रेन के जरिए रवाना हुए थे. ड्राइवरों के मुताबिक 20 से 25 मिनट में वे इन टैंकरों को मंडीदीप से भोपाल के गोविंदपुरा स्थित प्लांट तक पहुंचाने की कोशिश करेंगे.
- ग्रीन कोरीडोर में सुरक्षा दल तैनात
ऑक्सीजन एक्सप्रेस से आए टैंकरों को मंडीदीप से भोपाल तक पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था, जिसके लिए पूरे रास्ते में सुरक्षा दस्ता तैनात किया गया. टैंकरों के साथ पुलिस की टीम में रायसेन पुलिस, आरपीएफ, भोपाल पुलिस की अधिकारी और पुलिसकर्मी शामिल थे.