भोपाल। मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में जहरीली शराब पीने से अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी हैं. इस घटना के बाद जहां मृतकों के परिजन हंगामे पर उतर आए हैं और पुलिस पर शराब माफियाओं के संरक्षण देने के आरोप लग रहे हैं. वहीं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने घटना को पीड़ादायक बताते हुए कहा है कि संबंधित थानेदार को तत्काल निलंबित कर दिया गया है. वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और यहां से भी एक जांच दल रवाना किया जा रहा है. कोई भी दोषी होगा, कितना भी बड़ा होगा, किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा.
क्या है पूरा मामला ?
मुरैना जिले के 2 गांव में जहरीली शराब पीने से 11 लोगों की मौत का मामला सामने आया है. इसमें 7 लोग मुरैना जिले के मानपुर थाना के पृथ्वी गांव के है और तीन लोग सुमावली थाना क्षेत्र के पावली गांव के बताए जा रहे हैं. कुछ लोगों की हालत गंभीर भी बताई जा रही हैं. जिन्हें मुरैना जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया है. हालांकि ये आकंड़ा ओर भी बढ़ सकता है. वहीं पुलिस इस मामले में जांच की बात कर रही है. पुलिस का कहना है कि शराब जहरीली थी या फिर कोई और कारण हैं, यह जांच के बाद ही पता चल पाएगा. माना जा रहा है कि मृतकों की संख्या अभी और भी बढ़ सकती है.
जानकारी के अनुसार बगचीनी थाना क्षेत्र के छैरा मानपुर गांव में जितेंद्र यादव की सोमवार की सुबह जहरीली शराब पीने से हालत बिगड़ी थी. उसे जिला अस्पताल से ग्वालियर रेफर किया गया. जहां इलाज से पहले ही उसकी मौत हो गई. परिजन उसका शव वापस गांव ले आये और अंतिम संस्कार कर दिया. लेकिन सोमवार की देर रात वही जहरीली शराब पीने से छैरा मानपुर गांव के ही 12 से ज्यादा लोगों की तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद परिजन जौरा अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया. जिला अस्पताल पहुंचने के बाद इलाज के दौरान चार लोगों की मौत हो गई. जबकि दो लोगों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें ग्वालियर रेफर कर दिया गया. जहां अस्पताल जाते वक्त रास्ते में ही एक व्यक्ति की मौत हो गई.
बढ़ सकता है मौत का आंकड़ा