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राज्यपाल ने कुलपतियों के साथ की समीक्षा बैठक

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Published : Jun 8, 2020, 1:01 AM IST

परीक्षाओं के संबंध में प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने सभी विश्वविद्यालय के कुलपतियों को व्यवस्थाओं की जानकारी एवं अब तक किए गए कार्यों की समीक्षा करने के लिए राजभवन बुलाया. इस दौरान राज्पाल ने राजभवन में शासकीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की समीक्षा बैठक को संबोधित भी किया.

Governor holds review meeting with Vice Chancellors of University
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के कुलपतियों के साथ समीक्षा बैठक की

भोपाल। प्रदेश में कोरोना संकटकाल के बीच में विश्वविद्यालयों में लंबित पड़ी हुई परीक्षाओं को एक बार फिर से करवाए जाने की कवायद शुरू कर दी गई है. सभी विश्वविद्यालय परीक्षा की तैयारी में जुट गए हैं. इन्हीं परीक्षाओं के संबंध में प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने सभी विश्वविद्यालय के कुलपतियों को व्यवस्थाओं की जानकारी और अब तक किए गए कार्यों की समीक्षा करने के राजभवन बुलाया. राजभवन में शासकीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए राज्यपाल लाल जी टंडन ने कहा, प्रदेश में आत्म निर्भर और स्वायत्त विश्वविद्यालय का नया दौर शुरू हो रहा है और इसकी व्यवस्था को मजबूत और सफल बनाने का दायित्व कुलपतियों का है. उन्होंने कहा, अनुशासित, बाधा रहित, भयमुक्त और गाइड लाइंस के अनुसार परीक्षा संचालन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए.

राज्यपाल ने कुलपतियों के साथ की समीक्षा बैठक

राज्यपाल ने कहा कि कोविड-19 की चुनौती कठिन दौर है, लेकिन यह नये भारत के निर्माण का अवसर भी है. स्वदेशी नवाचारों के लिए नया वातावरण बना है .शोध, अनुसंधान और नये-नये प्रयोगों के लिए वातावरण निर्माण में विश्वविद्यालय सहयोग करें. कोविड-19 के डर को खत्म करने के लिए विश्वविद्यालय आगे आयें. स्वदेशी और आत्मनिर्भरता की चेतना को प्रोत्साहन दें. नये स्टार्टअप स्थापना में सहयोग करें. इनके लिए भरपूर राशि उपलब्ध है. उन्होंने कहा कि संकट के इस दौर में विश्वविद्यालयों में नई सकारात्मकता और ऊर्जा का संचार हुआ है. एकीकृत विश्वविद्यालय प्रबंधन सॉफ्टवेयर और एकीकृत डिजिटल प्लेटफार्म निर्माण के लिए सभी बधाई के पात्र हैं. कोविड-19 के संबंध में जन जागृति के लिए विश्वविद्यालयों द्वारा संदेश प्रसारण का जो कार्य किया है, वह सराहनीय है. प्रदेश के विश्वविद्यालयों द्वारा किए गए कार्य देश-प्रदेश की उच्च शिक्षा के क्षेत्र में मार्गदर्शक होंगे.

उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव अनुपम राजन ने कहा, परीक्षा संचालन व्यवस्थाओं में सैनेटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा जाये. सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए परीक्षा केन्द्रों की संख्या और क्षमता को बढ़ाकर नियोजित किया जाना चाहिए. परीक्षा संचालन के दौरान परीक्षा केंद्र में आगमन से लेकर परीक्षा के बाद वापस जाने तक की समस्त व्यवस्थाओं का स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर बना लिया जाये. तीन पालियों में परीक्षा संचालन को भी परीक्षा अवधि को कम करने या दो पालियों के अंतराल में सेनिटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग की व्यवस्थाएं पूर्ण करने की सभी संभावनाओं पर विचार कर एस.ओ.पी. का निर्माण किया जाए. यह प्रयास किया जाये कि छात्र-छात्राओं को कम से कम यात्रा करनी पड़े. बच्चों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाये. दूरस्थ क्षेत्र एवं अन्य कारणों से परीक्षा में सम्मिलित नहीं होने वालों के लिए अतिरिक्त परीक्षा की व्यवस्था हो. विद्यार्थियों की काउंसलिंग के भी कार्य किए जाएं.

राजभवन में समीक्षा बैठक

राज्यपाल के सचिव मनोहर दुबे ने बताया कि प्रदेश के विश्वविद्यालयों के लिए नैक ग्रेडिंग की अवधि 6 माह बढ़ाने की अनुमति नैक द्वारा प्रदान कर दी है. उन्होंने परीक्षा केन्द्रों में थर्मल जांच, सैनिटाइजर की व्यवस्थाओं के लिए पर्याप्त संसाधनों की व्यवस्था सुनिश्चित करने की जरूरत बताई. परीक्षा केंद्र में आकस्मिक परिस्थितियों के दृष्टिगत एक कक्ष पृथक से आरक्षित रखा जाये. परीक्षार्थी को बुखार या अन्य लक्षण मिलने पर उसकी परीक्षा अलग से ली जा सके.

बैठक में राज्यपाल को इंदौर विश्वविद्यालय की कुलपति रेनू जैन ने नैक की 'ए' ग्रेडिंग का प्रमाण तथा जबलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति ने विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित पुस्तक भेंट की, इस अवसर पर सभी कुलपतियों ने परीक्षा संचालन तैयारियों के संबंध में जानकारी दी गयी. उन्होंने कोविड-19 चुनौती के दौरान विश्वविद्यालयों द्वारा किए गए सामाजिक सरोकारों के प्रति प्रतिबद्धता के प्रयासों की जानकारी दी, राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति सुनील कुमार ने सामाजिक दूरी की सुनिश्चितता के लिए स्टुडेंट फ्लो चार्ट बनाकर स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर बनाने की जानकारी दी.

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