भोपाल। वैसे तो पापा को प्यार जताने के लिए पूरी जिंदगी कम है. बावजूद इसके साल में एक दिन पापा को स्पेशल फील करने के लिए दुनियाभर में 'फादर्स डे' सेलिब्रेट किया जाता है. पिता ही तो वो शख्स है जो जीवन की मजबूत नींव रखता है. दुनिया में अच्छे बुरे का एहसास करवाता है. वह पिता ही तो है जो बच्चों को जीने का ढंग सिखाता है.
अपने-अपने पिता की कहानी बयां करती महिलाएं कब मनाते हैं फादर्स डे ?
फादर्स डे हर साल जून के तीसरे हफ्ते में मनाया जाता है. इस बार ये दिन 16 जून यानी आज रविवार के दिन मनाया जा रहा है.ये दिन खास पापा को अपना प्यार दिखाने और उन्हें स्पेशल महसूस कराने का होता है. गिफ्ट्स,ग्रीटिंग कार्ड्स, केक और मिठाइयों के साथ लोग अपने पापा के लिए आज का दिन सेलिब्रेट करते है.
फादर्स डे का खुमार सोशल मीडिया पर भी जमकर देखा जा सकता है. लोग एक दूसरे को फादर्स डे की बधाइयां दे रहे हैं. तो कहीं लोग अपने पिता के लिए सरप्राइज गिफ्ट खरीद रहे हैं.
'फादर्स डे' पर खास बातचीत
'फादर्स डे' पर ईटीवी भारत ने महिलाओं से जाना की उनकी लाइफ में पिता की क्या अहमियत है.समाज सेविका अंशु गुप्ता का कहना है कि पिता तो उस वृक्ष है के समान है जो कितना भी बड़ा हो जाए लेकिन अपनी शाखाओं का हमेशा ख्याल रखता है. ऐसे सर्वे-सर्वा को हमारा सैल्यूट है जो अपने दुख छिपा कर अपने पूरे परिवार के लिए खुशियां बटोरता है.
- वंदना जाचक का कहना है कि उनके पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन माता-पिता का कोई एक दिन सेलिब्रेट करने के लिए नहीं हो सकता है.
- वहीं कविता मौर्य का कहना है कि घर बच्चों की पहली पाठशाला होती है. हमें हमेशा अपने बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए और यही परंपरा हमें अपने बच्चों को भी सिखाना चाहिए.
- हीं तनीषा का कहना है कि उसके पिता को उसने कभी देखा नहीं है क्योंकि जब वह 2 साल की थी तभी उनके पिता की मृत्यु हो गई थी, लेकिन पिता की मौजूदगी का अहसास उन्हें आज भी है