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प्रशांत किशोर भी आ जाएं तो भी एक सीट नहीं जीतेगी कांग्रेस: अनूप मिश्रा - भोपाल न्यूज

मध्यप्रदेश में इन दिनों चुनावी बयार चल रही है. बीजेपी-कांग्रेस दोनों पार्टियां चुनावी प्रबंधन में लगी हुई हैं. ग्वालियर चंबल से पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा का कहना है कि कांग्रेस चाहे प्रशांत किशोर को बुलाए या अन्य किसी को भी बुला लें, वह एक भी सीट नहीं जीत पाएगी.

anoop mishra
अनूप मिश्रा

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Published : Jun 18, 2020, 3:54 PM IST

Updated : Jun 18, 2020, 4:09 PM IST

भोपाल। प्रदेश कार्यालय में चुनाव प्रबंधन की बैठक में शामिल होने पहुंचे पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा का कहना है, ग्वालियर चंबल की सभी सीटें बीजेपी ही जीतेगी. एक भी सीट कांग्रेस को नहीं मिलेगी. तो वहीं कांग्रेस की तरफ से आईटी सिस्टम और प्रशांत किशोर को बुलाने को लेकर मिश्रा का कहना है, चाहे वे किसी को भी बुला लें और कुछ भी कर लें. वे हमेशा प्रशांत किशोर के आने की बाच कहते हैं तो कभी बड़े आईटी सिस्टम के काम करने की बात करते हैं, कितने भी प्रयास करें कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिलेगी. बीजेपी की पोस्टरों में ज्योतिरादित्य सिंधिया के नहीं होने पर पूर्व मंत्री ने कहा, 'सिंधिया जी का व्यक्तित्व अच्छा है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा.'

अनूप मिश्रा का दावा

आपको बता दें अनूप मिश्रा ग्वालियर चंबल के बड़े नेताओं में जाने जाते हैं और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के भांजे भी हैं. वे ज्योतिरादित्य सिंधिया का विरोध भी करते आए हैं, कांग्रेसी नेताओं के बीजेपी में शामिल होने के बाद अनूप मिश्रा नाराज चल रहे थे लेकिन संगठन की समझाइश के बाद अनूप मिश्रा के विरोधी स्वर दब गए हैं.

पीके की क्या है भूमिका

पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने प्रशांत किशोर के बारे में जिक्र किया है, शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश में चुनावी रणनीति तैयार करने का जिम्मा प्रशांत किशोर को सौंपा गया है, उन्होंने बताया है प्रशांत सर्वे करेंगे और चुनाव की रूपरेखा तैयार करेंगे. सोशल मीडिया की रणनीति भी प्रशांत ही करेंगे. पीसी शर्मा के मुताबिक पिछले विधानसभा चुनाव में भी प्रशांत किशोर ने मध्यप्रदेश कांग्रेस के लिए काम किया था, वे चुनाव में उम्मीदवार को चुनने के साथ ही चुनावी मुद्दों पर पार्टी की मदद करेंगे.

कुछ मीडिया रिपोर्ट की माने तो प्रशांत ने मध्यप्रदेश में पार्टी के लिए काम करने से साफ इनकार किया है, उनका कहना है कि उनकी राज्य स्तर पर कार्य करने में कोई दिलचस्पी नहीं है. पीके ने अपने एक बयान में इस बात का जिक्र किया है कि उनसे मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने संपर्क किया है लेकिन उन्होंने न तो कोई सहमति दी है और न ही कोई फैसला फिलहाल लिया है.

Last Updated : Jun 18, 2020, 4:09 PM IST

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