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बीजेपी-संघ अमरबेल के समान, जिस पेड़ पर लिपट जाती वह सूख जाता: दिग्विजय सिंह

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Published : Nov 11, 2020, 12:11 PM IST

Updated : Nov 11, 2020, 12:21 PM IST

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों पर निशाना साधा है. दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा है कि संघ की विचार धारा को छोड़कर तेजस्वी को आशीर्वाद दीजिए, इस अमरबेल रूपी भाजपा और संघ को बिहार में मत पनपाइये. बीजेपी संघ अमरबेल के समान है, जिस पेड़ पर लिपट जाती है, वह सुख जाता है.

Digvijay Singh
दिग्विजय सिंह

भोपाल। बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं, देर रात तक चली वोटों की गिनती के बाद एनडीए को बहुमत मिल चुका है. वहीं एनडीए में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. बिहार चुनाव के नतीजों के बाद मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर संघ पर निशाना साधा है. दिग्विजय सिंह ने अपने ट्वीटर एकाउंट पर बिहार चुनाव के नतीजों पर अपने विचार व्यक्त करते हुए लिखा है, कि संघ की विचार धारा को छोड़कर तेजस्वी को आशीर्वाद दीजिए इस अमरबेल रूपी भाजपा और संघ को बिहार में मत पनपाइये.

दिग्विजय सिंह का ट्वीट
दिग्विजय सिंह ने किया ट्वीटपूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने ट्विटर पर लिखा बिहार चुनावों में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन को मिली सफलता के लिए मैं बधाई देता हूं. एक बार फिर ओवैसी की एमआईएम ने चुनाव लड़कर बीजेपी को अंदरूनी तौर पर मदद की, अब देखना होगा कि वह बिहार में बीजेपी और जदयू की सरकार बनाने में एनडीए का सहयोग करेंगे, या महागठबंधन का.
दिग्विजय सिंह का ट्वीट


बीजेपी ने नीतीश के कद को किया छोटा


वहीं दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर संघ पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने अपनी कूटनीति से नीतीश का कद छोटा कर दिया है, और रामविलास पासवान की विरासत को समाप्त कर दिया है. साल 1967 से लेकर आज तक जनसंघ भाजपा ने हर गठबंधन सरकारों में अपना कद बढ़ाया है और सभी समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, विचारधारा वाले राजनीतिक संगठनों को कमजोर किया है. उन्होंने लिखा मुझे इस बात का दुख है कि भारत की आजादी के बाद राजनीतिक इतिहास में राजनेताओं की अपनी महत्वाकांक्षाओं के कारण विचारधारा गौण हो जाती है. कांग्रेस ही एकमात्र दल है, जिसने संघ की विचारधारा के साथ न कभी समझौता किया है और न ही जन संघ भाजपा के साथ मिलकर कभी सरकार बनाई है.

विचारधारा की लड़ाई लड़ रहे राहुल गांधी


दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा कि आज देश में एकमात्र नेता राहुल गांधी हैं, जो विचारधारा की लड़ाई लड़ रहे हैं. एनडीए के सहयोगी दलों को समझना चाहिए कि राजनीति विचारधारा की होती है, जो भी व्यक्ति अपनी महत्वाकांक्षा के कारण विचारधारा को छोड़कर अपने स्वार्थ के लिए समझौता करता है. वह अधिक समय तक राजनीति में जिंदा नहीं रहता.


मैं संघ का घोर विरोधी हूं-दिग्विजय सिंह


दिग्विजय सिंह ने लिखा मैं संघ का घोर विरोधी हूं. और संघ की विचारधारा के विरोध में हमेशा रहा हूं, क्योंकि वह भारत की सनातन परंपराओं व सनातन धर्म की मूल भावना के विपरीत है. यह देश सब का है, लेकिन फिर भी मैं उनकी इस बात की प्रशंसा भी करता हूं कि वे अपने लक्ष्य और अपनी विचारधारा के साथ समझौता नहीं करते, केवल समाज को बांटकर राजनीति करते हैं. भाजपा एक ऐसी अमरबेल के समान है जिस पेड़ पर लिपट जाती है वह पेड़ सूख जाता है और वह पनप जाती है.


नीतीश से तेजस्वी को आशीर्वाद देने की अपील


दिग्विजय सिंह ने नीतीश से तेजस्वी को आशीर्वाद देने की अपील की है, उन्होंने लिखा कि लालू जी ने आपके साथ संघर्ष किया है, आंदोलनों में जेल गए हैं. भाजपा संघ की विचारधारा को छोड़कर तेजस्वी को आशीर्वाद दीजिए, इस अमरबेल रूपी भाजपा संघ को बिहार में मत पनपाइये. उन्होंने लिखा कि बिहार आपके लिए छोटा हो गया है. आप भारत की राजनीति में आ जाएं, सभी समाजवादी धर्मनिरपेक्ष विचारधारा में विश्वास रखने वाले लोगों को एक मत करने में मदद करते हुए संघ के अंग्रेजों के द्वारा पनपाई फूट डालो और राज करो की नीति न पनपने दें, और इस बात पर विचार जरूर करें.


आखिर में उन्होंने लिखा कि यही महात्मा गांधी और जयप्रकाश नारायण के प्रति सही श्रद्धांजलि होगी, आप उन्हीं की विरासत में निकले राजनेता हैं. वहीं आ जाइए, आपको याद दिलाना चाहूंगा, जनता पार्टी संघ की ड्यूल मेंबरशिप के आधार पर ही टूटी थी, भाजपा संघ को छोड़िए देश को बर्बादी से बचाइए.

Last Updated : Nov 11, 2020, 12:21 PM IST

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