भोपाल। कोरोना संक्रमण के बाद से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है. ऐसे में बच्चों में होने वाली विभिन्न बीमारियों का पता लगाकर उनके समुचित उपचार के उद्देश्य से दस्तक अभियान सोमवार 19 जुलाई से 18 अगस्त 2021 तक आयोजित किया जाएगा. अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त दल द्वारा घर-घर जाकर बच्चों में पाई जाने वाली बीमारियों की सक्रिय पहचान और उचित प्रबंधन सुनिश्चित किया जाएगा.
19 जुलाई से 18 अगस्त 2021 तक चलेगा अभियान
दस्तक अभियान का उद्देश्य 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में प्रमुख बाल्यकालीन बीमारियों की सामुदायिक स्तर पर सक्रिय पहचान और त्वरित प्रबंधन करना है, जिससे बाल मृत्यु दर में वांछित कमी लाई जा सके. दरअसल, सघन दस्त रोग नियंत्रण पखवाड़ा भी दस्तक अभियान की गतिविधियों के साथ 19 जुलाई से 18 अगस्त 2021 तक आयोजित किया जाएगा. राजधानी में 9 माह से 5 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों के विटामिन की खुराक पिलाई जाएगी.
बीमार नवजातों और बच्चों की पहचान
इस अभियान के तहत 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में शैशव एवं बाल्यकालीन निमोनिया की त्वरित पहचान की जाएगी. साथ ही गंभीर कुपोषित बच्चों की सक्रिय पहचान भी की जाएगी. इसके अलावा 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों में गंभीर एनीमिया की सक्रिय स्क्रीनिंग एवं प्रबंधन भी किया जाएगा.
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कोरोना लक्षण मिलने पर होगी जांच
दस्तक अभियान के दौरान यदि किसी बच्चे में कोविड-19 के लक्षण या पिछले 3 दिन से बुखार, सांस लेने में कठिनाई, कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति के संपर्क की हिस्ट्री हो, आदि मिलने पर बच्चे को कोविड-19 की जांच हेतु रेफर किया जायेगा. अभियान की पूर्व तैयारियों हेतु मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया है कि सर्वे अद्यतन एवं ड्यू लिस्ट अभियान के पूर्व आशाओं द्वारा 0 से 5 वर्ष तक के समस्त बच्चों की नामजद सूची अद्यतन की जाए. साथ ही निर्देश दिए हैं कि ए.एन.एम. के माध्यम से विकास खण्ड स्तर पर जमा की जाए. विकासखंड स्तर पर दस्तक मॉनिटरिंग टूल में 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों की नामजद जानकारी दर्ज करने के लिए कहा गया है.