भोपाल। राजधानी के भारत भवन में दो दिवसीय अद्वितीय समारोह का संस्कृति मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने शुभारंभ किया. महिला रचनात्मकता पर आधारित यह समारोह कला प्रदर्शनी और संगीत में प्रस्तुतियों से गुलजार रहेगा. इस दो दिवसीय कार्यक्रम में भारत भवन में कई कलाकारों के द्वारा विभिन्न प्रस्तुतियां पेश की जाएंगी.
महिला दिवस पर दो दिवसीय अद्वितीय समारोह कार्यक्रम का आयोजन, संस्कृति मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने किया शुभारंभ
राजधानी के भारत भवन में दो दिवसीय अद्वितीय समारोह का संस्कृति मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने शुभारंभ किया.भारत भवन प्रांगण में ही चित्रों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है.
भारत भवन प्रांगण में ही चित्रों की प्रदर्शनी भी लगाई गई है. इस प्रदर्शनी का खास आकर्षण यह है कि जो प्रदर्शनी यहां पर लगाई गई है उस प्रदर्शनी के सभी चित्र मां और बेटी के द्वारा बनाए गए हैं. संस्कृति मंत्री ने पेंटिंग प्रदर्शनी का भी शुभारंभ करते हुए चित्रों का अवलोकन किया. मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने चित्र प्रदर्शनी में लगाए गए सभी चित्रों की प्रशंसा की और चित्रकारों को इसके लिए बधाई भी दी.
कार्यक्रम के पहले दिन तीन पीढ़ियों का वायलिन वादन आकर्षण का केंद्र रहा. इस वायलिन वादन में डॉ एन राजम संगीता शंकर,रागिनी शंकर और नंदिनी शंकर के समूह ने वायलिन वादन प्रस्तुत किया. इस समूह के वायलिन वादन की खास बात यह थी कि डॉ एन राजम उनकी पुत्री संगीता शंकर और उनकी नातिन रागिनी शंकर और नंदिनी शंकर ने एक साथ पहली बार किसी मंच पर प्रस्तुति दी. एक परिवार की तीन पीढ़ियां जब प्रस्तुति दें रही थी तो सभी बैठे श्रोता मंत्रमुग्ध होकर उनकी प्रस्तुति का आनंद ले रहे थे.
इस दौरान संस्कृति मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने लोंगों को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं ने अपनी क्षमता और प्रतिभा से हर परिस्थिति में अपना वजूद और अस्तित्व साबित किया है. उन्होंने कहा कि हमारे देश की आजादी में भी महिलाओं का बड़ा योगदान रहा है आजादी के बाद भी महिलाओं का इस देश में अभिनय योगदान भुलाया नहीं जा सकता है.