भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी में बाल आयोग द्वारा बाल संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें बच्चों और पुलिस के बीच हो रहे कम्युनिकेशन गैप दूर करने पर विचार विमर्श किया गया. आयोग के अधिकारियों ने बताया कि बाल यौन शोषण रोकने के लिए पुलिस और बच्चों में आ रहे कम्युनिकेशन गैप को दूर करना बहुत जरूरी है. बच्चों को जानबूझकर अपमानित करना और उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाना भी बाल शोषण में ही आता है.
बाल आयोग ने किया 'बाल संवाद' कार्यक्रम का आयोजन, बच्चों को दी ये सलाह - भोपाल न्यूज
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में बाल आयोग द्वारा बाल संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें बच्चों और पुलिस के बीच हो रहे कम्युनिकेशन गैप दूर करने पर विचार विमर्श किया गया.
बाल आयोग द्वारा आयोजित बाल संवाद कार्यक्रम में भोपाल जिले के पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे. इस मौके पर शासकीय- निजी स्कूलों के बच्चों ने पुलिस एवं मीडिया से संवाद कर अपनी समस्याएं सामने रखी. पुलिस अधिकारियों ने भी बच्चों को निडर रहकर अपनी बातें पुलिस के सामने रखने की सलाह दी. पुलिस अधिकारियों ने बच्चों को सलाह दी कि यदि कोई भी घटना या किसी व्यक्ति द्वारा दुर्व्यवहार उनके साथ किया जाए तो वह इसकी जानकारी सबसे पहले अपने माता पिता को दें. इसके साथ ही बच्चों को गुड टच बैड टच के बारे में भी जानकारी दी गई.
इसके साथ ही बच्चों ने मीडिया से भी संवाद किया जिसमें बच्चों ने अपनी बातें मीडिया के सामने रखी और बताया कि जिस तरह छोटे- छोटे बच्चों के साथ हो रही घटनाओं पर मीडिया बच्चों का फोटो वायरल कर देती है उससे बच्चों के भविष्य पर नकारात्मक असर पड़ता है.