भोपाल। प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव को लेकर बीजेपी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. माना जा रहा है कि बहुत जल्द चुनाव आयोग उपचुनाव की तारीखें घोषित कर सकता है.
मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया इसे लेकर मुख्यमंत्री निवास पर सभी मंत्रियों और विधायकों की आवश्यक बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में पहुंचे महेंद्र सिंह सिसोदिया ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर जमकर निशाना साधते हुए कहा है कि यदि कमलनाथ ने 15 माह पहले क्षेत्र के दौरे किए होते तो आज स्थिति ये ना होती. वहीं उन्होंने कहा कि हम गद्दार नहीं खुद्दार हैं.
कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया का कहना है कि शिवराज सिंह चौहान एक संवेदनशील मुख्यमंत्री हैं. वो मंत्रियों, विधायकों और सांसदों को एक साथ लेकर चलना जानते हैं. मुख्यमंत्री निवास पर आम दिनों की तरह ही एक मीटिंग रखी गई है, क्योंकि पिछले कुछ दिनों से कोरोना संकट काल के दौरान सभी मंत्री विधायक अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार व्यस्त थे.
वहीं उन्होंने उपचुनाव को लेकर कहा कि भारतीय जनता पार्टी उपचुनाव को लेकर पूरी तरह से तैयार है. जितनी भी सीटें हैं, वहां पर काफी अच्छी तैयारी बीजेपी के द्वारा की गई है. उन्होंने कहा कि उपचुनाव की किसी भी सीट पर कोई दिक्कत नहीं आ रही है.
सभी का सहयोग लगातार मिल रहा है. बीजेपी के अंदर चाहे पुराने कार्यकर्ता हो या नए कार्यकर्ता सभी का एक बेहतर समन्वय स्थापित हो चुका है. बीजेपी का संगठन काफी मजबूत है और यहां अनुशासन हमेशा प्राथमिकता में रहता है. बीजेपी में कभी भी व्यक्ति के लिए नहीं बल्कि पार्टी के लिए काम किया जाता है.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी 12 सितंबर को ग्वालियर में उपचुनाव का आगाज करने के लिए पहुंच रहे हैं, इसे लेकर महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा कि उनका ग्वालियर में स्वागत है. यदि कमलनाथ 15 माह पहले सभी जगह के दौरे कर लेते तो शायद आज स्थिति कुछ और होती.
जब वो मुख्यमंत्री थे तब वो वल्लभ भवन और घर पर ही बैठे रहे, लेकिन जब मुख्यमंत्री के पद से हट गए हैं तो अब प्रदेश के दौरे कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम गद्दार नहीं बल्कि खुद्दार हैं, जो अन्याय के खिलाफ सड़कों पर उतरे हैं और सरकार को हमने गिरा दिया जो कुछ भी हमने किया वो केवल जनता के लिए किया है. अपने लिए हमने कुछ भी नहीं किया है. हम पहले भी मंत्री थे और आज भी मंत्री हैं. यदि जनता के साथ अन्याय होगा और मुख्यमंत्री मिलने का समय नहीं देगा तो उस अन्याय के खिलाफ खड़े होना हमारा फर्ज बनता है.