भोपाल। आदिवासी क्रांतिकारियों की जयंती और शहादत मनाने के बाद अब बीजेपी का फोकस (After tribals now eyes of BJP on Dalits) दलितों पर है. संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस मनाने के लिए सियासी पार्टियां उमड़ पड़ी, लेकिन इसमें बाजी मारने में सब बीजेपी से पिछड़ गए, बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने पहले ही अंबेडकर मूर्ति के चारों तरफ भगवा झंडा लगाकर 'नीले आसमान को भगवा' कर दिया था. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल के बोर्ड ऑफिस चौराहे पर पहुंचकर अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण किये और कहा कि डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर अद्भुत प्रतिभा के धनी थे, उन्होंने हमें संविधान दिया और समरसता के साथ-साथ गरीबों के उत्थान की लड़ाई लड़ी, ऐसे महान समाजसेवी को मेरा शत शत नमन.
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बाबा साहब के पास नहीं पहुंच पाए बसपाई
वहीं जब बसपा डॉ. अंबेडकर को माल्यार्पण करने पहुंची तो उन्हें पुलिस वालों ने रोक दिया, फिर जब भाजपा वाले निकल गए, तब बहुजन समाज पार्टी ने कार्यकर्ताओं ने अंबेडकर की मूर्ति पर फूल चढ़ाये और आखिर में कांग्रेस कार्यकर्ता भी भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि (CM Shivraj paid tribute to Bhimrao Ambedkar) मनाने पहुंचे, अंबेडकर मूर्ति के चारों तरफ बीजेपी का भगवा झंडा दिखाई दिया तो वहीं बसपा भी अपने झंडे लेकर अंबेडकर की पुण्यतिथि (Doctor Bhimrao Ambedkar Death Anniversary) मनाने के लिए पहुंची थी, लेकिन मुख्यमंत्री के पहुंचने तक उनको रोक दिया गया, जिससे खफा बसपाई नारेबाजी करते रहे.
अब दलित वोटर्स पर बीजेपी की नजर
बीजेपी की अनुसूचित जाति मोर्चा ने 26 नवंबर से संविधान गौरव अभियान चलाया था, जोकि 6 दिसंबर को बाबा साहब अंबेडकर के परिनिर्वाण (BJP Celebrated Doctor Bhimrao Ambedkar Death Anniversary) दिवस तक चला, इस यात्रा के जरिए बीजेपी ने यह बताया कि पीएम मोदी ने संविधान दिवस मनाना शुरू किया, संविधान में सामाजिक आर्थिक न्याय की समानता और अवसर की समानता लिखी है, मोर्चा ने अपने भाषणों में कहा कि पहले की सरकारों ने संविधान दिवस घोषित नहीं किया था.