सीएम शिवराज ने आरक्षकों को बांटे नियुक्ति पत्र भोपाल।मध्य प्रदेश के सीएमशिवराज सिंह चौहान ने 6000 नव आरक्षकों को नियुक्ति प्रमाण पत्र बांटे (Appointment letters to Constables). इस दौरान उन्होंने मध्य प्रदेश पुलिस की जमकर सराहना करते हुए कहा कि यह हमारे ही जवान थे जिन्होंने एक साल में लगभग एक करोड़ 14 लाख इनामी डकैतों, इनामी नक्सलियों को मार गिराया. वहीं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि पूर्व की सरकार ने रोजगार और बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया, लेकिन अपने वादे को पूरा नहीं किया. उधर पुलिस के कार्यक्रम को राजनितिक कार्यक्रम बनाने को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर पलटवार किया है.
कमलनाथ सरकार पर साधा निशाना:गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ''मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लगातार नवाचार करके उन लोगों को संदेश दिया है जो कहा करते थे कि रोजगार देंगे या बेरोजगारी भत्ता देंगे, लेकिन दोनों ही नहीं किया. लेकिन यह मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान की सरकार है जो कहा वह किया. मध्य प्रदेश सरकार 24 घंटे लोगों की बेहतरी की चिंता करती है''. गृहमंत्री ने पुलिस परिवार में शामिल होने वाले नव आरक्षकों का बधाई दी. कांग्रेस मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने आरोप लगाया कि अगर नियुक्ति पत्र ही दिलाए जाने थे तो फिर डीजीपी से दिलवा सकते थे.
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मुख्यमंत्री ने कहा वर्दी की मर्यादा रखना:नव आरक्षकओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ''मध्य प्रदेश पुलिस का गौरवशाली इतिहास रहा है, प्रदेश में कभी डकैतों का आतंक था, हमने तय किया किसी भी कीमत पर डकैत नहीं रहेंगे. कुशल अधिकारियों के नेतृत्व में जवानों ने आतंक को समाप्त कर दिया, आज कोई भी सूचीबद्ध डकैतों का गिरोह मध्यप्रदेश की धरती पर नहीं है. पिछले साल ही मध्य प्रदेश पुलिस ने एक करोड़ से ज्यादा के इनामी नक्सलियों को ढेर कर दिया''. सीएम ने नव आरक्षकों को नसीहत देते हुए कहा कि अनुशासन और देशभक्ति की भावना को कम मत होने देना. यही वर्दी की मर्यादा है, इस वर्दी पर कभी कलंक मत लगने देना, कभी कोई ऐसा काम नहीं करना जिससे पुलिस की साख खराब हो.
पुलिस की आंख, कान और नीव होते हैं आरक्षक: सीएम ने कहा कि ''पुलिस का कोई चेहरा नहीं होता, पुलिस का चेहरा होता है उसका जवान और अफसर. जैसा आप काम करेंगे वैसा ही पुलिस का चेहरा बनेगा". सीएम ने कहा कि ''पुलिस की आंख, कान और नीव आरक्षक ही होते हैं, बीट पर रहने वाले को पता होता है कि आखिर कहां क्या चल रहा है. इसलिए बीट पर काम करने वाले आरक्षक के पास क्षेत्र की पूरी जन्मकुंडली होनी चाहिए''. सीएम ने कहा कि कई बार क्षेत्र के कुछ लालची लोग आप से नजदीकी गांठने की कोशिश करेंगे, लेकिन याद रखें यह सिर्फ इसलिए है कि उनके गैर कानूनी कामों पर आपकी निगाह ना पड़े.
MP नक्सलियों, डकैतों का सफाया:कार्यक्रम की शुरुआत में मध्य प्रदेश के डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ''प्रदेश के और संभवत देश के इतिहास में पहली बार मुख्यमंत्री नव आरक्षकों को नियुक्ति पत्र दे रहे हैं. मध्य प्रदेश पुलिस ने प्रदेश के माफियाओं का पूरी तरह से सफाया करने में कामयाबी हासिल की है, चाहे नक्सलियों का मामला हो या डकैतों का या फिर आतंकियों का, सभी का मध्य प्रदेश पुलिस ने अपनी बहादुरी से सफाया किया है''.