भोपाल। प्रदेश सरकार राजधानी भोपाल और आर्थिक राजधानी इंदौर को महानगर के तौर पर विकसित करने की तैयारी में जुट गई है. जिसके लिए सरकार इन दोनों शहरों में जल्द मेट्रोपॉलिटन डिसीजन अथॉरिटी का गठन करेगी. महानगर के लिए भोपाल में सीहोर, अबदुल्लागंज और मंडीदीप को शामिल करने के साथ ही इंदौर में देवास, उज्जैन और महू को शामिल किया जाएगा. हालांकि, इसके बाद भी स्थानीय निकायों के अधिकार नहीं बदले जाएंगे.
भोपाल-इंदौर को बनाया जाएगा महानगर, अथॉरिटी के गठन की तैयारी में प्रदेश सरकार - बायपास
शनिवार को नगरीय प्रशासन विभाग की बैठक में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मेट्रोपॉलिटन रीजन अथॉरिटी के तमाम पहलुओं पर अधिकारियों से चर्चा की. राजधानी भोपाल और आर्थिक राजधानी इंदौर को महानगर के तौर पर विकसित करने की तैयारी में प्रदेश सरकार जुट गई है.
शनिवार को नगरीय प्रशासन विभाग की बैठक में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मेट्रोपॉलिटन रीजन अथॉरिटी के तमाम पहलुओं पर अधिकारियों से चर्चा की. जहां अधिकारियों ने बताया कि मेट्रो रेल के लिए मेट्रोपॉलिटन एरिया होना जरूरी है, इसके लिए मेट्रोपॉलिटन रीजनल पार्टी का गठन करना होगा. अथॉरिटी के गठन के बाद स्थानीय निकाय अपना काम करेंगे और अथॉरिटी इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य सुविधाओं के लिए काम करेगी. अथॉरिटी का फोकस इंटरसिटी कनेक्टिविटी पर भी होगा.
वहीं, मेट्रोपॉलिटन रीजन अथॉरिटी बनने से भोपाल-इंदौर में मेट्रोपॉलिटन एक्ट लागू हो जाएगा. अथॉरिटी में राज्य सरकार प्रभावी होगी, जिससे अर्बन ट्रांसपोर्ट के साथ मेट्रो रेल का काम करना और आसान हो जाएगा. हालांकि, इसके बाद भी स्थानीय निकायों के अधिकारों में कोई कटौती नहीं की जायेगी. बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि दोनों शहरों का आगामी मास्टर प्लान भी इन तथ्यों को ध्यान में रखकर तैयार किया जाये. जिसमें यातायात का भार कम करने के लिए शहर के चारों ओर रिंग रोड बनाए जाएं, ताकि भारी वाहनों के शहर में आये बिना ही बाइपास से बाहर निकलने में आसानी हो.