भोपाल। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय भोपाल में आज 68वां विमुक्त जनजाति दिवस का आयोजन किया गया था. जिसमें आदिम जाति कल्याण मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने शिरकत की. जहां उन्होंने जनजाति को मुख्यधारा में जोड़ने के पंडित नेहरू के योगदान को बताया. वहीं कार्यालय के बाहर कुछ सामाजिक संगठनों ने सीएम कमलनाथ के खिलाफ नारेबाजी भी की.
भोपाल पीसीसी में मनाया गया 68वां विमुक्त जनजाति दिवस, कार्यालय के बाहर लगे सीएम के खिलाफ नारे - bhopal news
भोपाल स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आज 68 वां विमुक्त जनजाति दिवस का आयोजन किया गया. इसी दौरान पीसीसी कार्यलय के बाहर सीएम कमलनाथ के खिलाफ कुछ महिलाओं ने नारेबाजी की.
पीसीसी में आयोजित इस कार्यक्रम में पहुंचे मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने कहा कि आज विमुक्त जनजाति का 68वां विमुक्त दिवस उत्साह के साथ मनाया जा रहा है. इसका इतिहास है कि आजादी के बाद 1952 में पंडित नेहरू ने जनजाति को भारत की मूल विचारधारा से जोड़ने का प्रयास किया था. अंग्रेजों ने तो इस जनजाति को आपराधिक प्रवृत्ति का माना था. जो मानवीय दृष्टिकोण से दुर्भाग्यपूर्ण था. स्वतंत्र भारत में पहली बार 1952 में इस समाज को मुख्यधारा में शामिल करने का काम पंडित जवाहर लाल नेहरु ने किया था.
वहीं पीसीसी के बाहर विमुक्त जनजाति के लिए काम करने वाली महिला समाज सेविका पूजा ठाकुर धरने पर बैठ गई. जहां उन्होंने सरकार पर सामाजिक संगठनों की उपेक्षा के आरोप लगाये. उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार घुमंतू समाज के लोगों की समस्याएं सुनने की बजाय मंत्री जी के सम्मान में व्यस्त है. साथ ही प्रदेश की कमलनाथ सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.