भिंड। मिहोना थाना क्षेत्र के कांथा गांव में दबंगों की मनमानी के चलते एक परिवार 3 साल से दर-दर की ठोकरें खा रहा है. सड़कों के किनारे झोपड़ी बनाकर रह रहा यह परिवार प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रहा है, लेकिन इतना समय बीतने के बाद भी उसे अपने घर की जगह प्रशासन से सिर्फ आश्वासन ही मिला है. कांथा गांव में रहने वाले 5 बच्चों के पिता कल्लू खटीक को गांव के दबंगों ने प्रताड़ित करके गांव से निकाल दिया. जब उन्होंने प्रशासन से गुहार लगाई, तो प्रशासन ने आश्वासन देकर चलता कर दिया.
दबंगों ने घर से किया बेघर, दर-दर की ठोकर खा रहा परिवार, प्रशासन भी नहीं कर रहा सुनवाई
भिंड के कांथा गांव में रहने वाले कल्लू खटीक को गांव में ही रहने वाले दबंगों ने घर से बेघर कर दिया. अब वह परिवार के साथ दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर हैं.
कल्लू खटीक पिछले 3 साल से रोन कस्बे में कभी पंचायत भवन, कभी छात्रावास के पीछे तो कभी इसी कॉलोनी में झोपड़ी लगाकर रहने को मजबूर हैं. पीड़ित कल्लू का आरोप है कि गांव के रहने वाले अमित, अतुल और नीरज नाम के दबंग उसके परिवार को अक्सर परेशान करते थे. धीरे-धीरे हालात यह बने कि दबंगों ने कल्लू खटीक के पूरे परिवार को ही गांव से निकाल दिया. कल्लू की सबसे बड़ी बेटी स्नेहा अब स्कूल नहीं जा पाती. इसे लेकर नेहा कहती है कि घर में खाने के लिए कुछ नहीं है, ऐसे में स्कूल जाने की व्यवस्था कैसे हो.
पीड़ित ने कई बार पुलिस में शिकायत की, तो कई बार प्रशासन के आला अधिकारी कलेक्टर और एसपी से भी न्याय की गुहार लगाई, लेकिन आज तक आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला. मामले पर पुलिस अधीक्षक रूडोल्फ अल्वारेस ने कहा कि हाल ही दोनों पक्ष उनसे मुलाकात करने आये थे, जिसको लेकर पुलिस के उच्च अधिकारियों को जांच के लिए निर्देशित कर दिया गया है.