मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

Budget 2021: जय जवान, जय किसान के नारे पर फेल बजट: जय श्रीराम बघेल

आज संसद में 2021 का आम बजट केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया. बजट पेश होने के बाद लोगों की मिलीजुली प्रतिक्रिया आ रही है. भिंड जिला अध्यक्ष जय श्रीराम बघेल ने बजट को लेकर प्रतिक्रिया दी है.

Jai Shriram Baghel reacted to the budget
जय श्रीराम बघेल

By

Published : Feb 1, 2021, 10:09 PM IST

भिंड।वित्त वर्ष 2021-22 के लिए आम बजट आज केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया. इस दौरान आत्मनिर्भर भारत की तर्ज पर तैयार किया गया बजट कई बड़ी घोषणाओं से भरा हुआ था. लेकिन केंद्र सरकार द्वारा लाए गए बजट पर विपक्ष भी अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है. भिंड में कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने का कहना है कि इस बजट में देश को सशक्त बनाने वाले जवान और किसान दोनों की ही अनदेखी की गई है.

किसान की लागत पर थमाई सरकार ने महंगाई

कांग्रेस जिला अध्यक्ष एडवोकेट जय श्रीराम बघेल ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कि सरकार ऐसे किसान हितैषी तारों की आय दोगुनी करने वाला बजट बता रही है. लेकिन किसानों की आय तभी दोगुनी हो सकती है. जब उनकी लागत कम और फसल महंगी हो, लेकिन यह सभी ने देखा है कि जब जब बाजार में उद्योगपतियों की भंडारण की हुई फसलें आती हैं, तो उनके दाम बढ़ जाते हैं और जब किसानों की फसल बाजार में पहुंचती है. तो दाम सस्ते हो जाते हैं ऐसे में किसानों को कैसे फायदा हो सकता है वहीं उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों को फायदा पहुंचाने उनकी लागत कम करने के लिए कोई प्रावधान नहीं किया, ना किसानों को जीएसटी में राहत दी बल्कि किसान सम्मान निधि मैं कटौती कर दी डीजल और खाद महंगा कर दिया ऐसे में किसानों की आय दोगुनी कैसे होगी.

बजट 2021 पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष जय श्रीराम बघेल प्रतिक्रिया दी

'कृषि कानून में मंडी प्रथा समाप्त, बजट में मजबूत करने की बात'

मंडी सोसायटी को आजाद कर मजबूत बनाने की घोषणा पर बघेल ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि आज बजट के दौरान वित्त मंत्री ने घोषणा की. किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए मंडी सोसायटीओं को मजबूत बनाना होगा. जिसके लिए जल्द ही मंडी सोसाइटी आजाद कर उन्हें सशक्त बनाएंगे. वहीं दूसरी ओर हाल ही में बनाए गए तीन कृषि कानूनों में से एक कानून में मंडी प्रथा को खत्म करने का प्रावधान लाया गया था. जिसका विरोध का किसान आंदोलन के रूप में हम सभी देख रहे हैं. ऐसे में मंडी पर दोहरी बात ने सरकार की मंशा पर सवाल खड़े कर दिए हैं.

पूर्वजों की संपत्ति बेचने में लगी मोदी सरकार

विपक्षी नेता ने सरकार के बजट पर निशाना साधते हुए कहा है कि केंद्र की सरकार पूर्व में आए प्रधानमंत्रियों द्वारा अर्जित की गई. सभी संपत्ति को धीरे-धीरे बेचने में लगी है. जिन इंडस्ट्रीज को खड़ा करने के लिए देश की पहचान बनाने के लिए पूर्व प्रधानमंत्रियों ने मेहनत की उसे निजी करण में धकेल रहे हैं. इस तरह के प्रावधान लाकर वह लोकतंत्र को खत्म कर पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने का काम कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा महंगाई कम करने के लिए कोई भी प्रावधान इस बजट में नहीं लाया गया.

आयकर में 75+ के नाम पर 'मजाक'

कांग्रेस जिला अध्यक्ष जय श्रीराम बघेल ने सीनियर सिटीजन को आयकर टैक्स में छूट दिए जाने पर भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि इस कोरोना में आर्थिक दृष्टि से सबसे ज्यादा जिन का सहयोग रहा, वह देश के आयकर दाता हैं. लेकिन आयकर में छूट के नाम पर सरकार ने 75 साल से ऊपर के करदाताओं को इनकम टैक्स से बाहर कर दिया है, देखा जाए तो 75 वर्ष की आयु वर्ग के लोग बेहद कम हैं, क्योंकि अमूमन अब लोगों की जीवन आयु 55 से 65 साल की आती जाती है. 75 वर्ष एक ऐसा समूह है जो बहुत ही निम्न स्तर पर है और सिर्फ उन्हें फायदा देते हुए सरकार ने टैक्स छूट के नाम पर खानापूर्ति की है.

'जय जवान, जय किसान के नारे पर फेल बजट'

रक्षा बजट को लेकर कांग्रेस जिलाध्यक्ष का कहना है कि चीन जैसा देश भारत के कई हिस्सों में कब्जे की कोशिश कर रहा है पूरा देश देख रहा है कि बॉर्डर्स के क्या हालात हैं ऐसे में भारत की सेना को अत्याधुनिक हथियारों की आवश्यकता है लेकिन केंद्र सरकार द्वारा बजट में किसी तरह का बदलाव नहीं किया कोई बढ़ोतरी नहीं की है ऐसे में रक्षा बजट की अनदेखी सरकार की उदासीनता जाहिर करती है यह सरकार ना तो हमारे देश के सैनिकों को सुरक्षा के बेहतर इंतजाम दे रही है और ना ही किसानों को राहत ऐसे में जय जवान और जय किसान के नारे में बजट पूरी तरह फेल नजर आता है जिसका कांग्रेस भरपूर विरोध करती है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details