भिंड। एक लंबे इंतजार के बाद आखिरकार गोहद को अपना नया विधायक मिल गया, जनता ने तीन बार ठुकराने के बाद चौथी बार चुनाव मैदान में उतरे कांग्रेस प्रत्याशी मेवाराम जाटव को अपना समर्थन देते हुए गोहद का नया विधायक चुन लिया है, इस मौके पर कांग्रेस विधायक मेवाराम जाटव अपने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
मेवाराम जाटव से ईटीवी भारत की खास बातचीत जनता और पार्टी नेतृत्व को दिया जीत का श्रेय
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान गोहद के नवोदित विधायक मेवाराम जाटव ने अपनी जीत के लिए भरोसा कर्म के लिए जनता को श्रेय दिया है. साथ ही चुनावी मैदान में उतारने के लिए कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व खासकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह का आभार व्यक्त किया.
सदन में अब पूरी मुस्तैदी से उठाएंगे गोहद की समस्याएं
सत्ता के सामने विपक्ष का विधायक बनने की चुनौती के सवाल पर मेवाराम जताब ने कहा, अब अपने विधानसभा की जनता और उनकी सभी समस्याएं जैसे सड़क, बिजली, पानी, किसानों और बेरोजगारी की समस्याओं को पूरी दम से विधानसभा में उठाएंगे, विपक्ष की अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे और गोहद की जनता की जीजान से सेवा करेंगे.
गोहद फिल्टर प्लांट का विषय रहेगा प्राथमिकता
गोहद विधानसभा मुख्यालय पर पिछले कई सालों से 183 करोड़ रुपये का वाटर फिल्टर प्लांट अटक हुआ है, जिसका पूर्व में लाल सिंह आर्य ने विधायक रहते बीजेपी सरकार में भूमिपूजन कराया, फिर रणवीर जाटव ने कांग्रेस की सरकार बनने पर विधायक रहते दोबारा स्वीकृति करा कर भूमिपूजन कराया और तीसरी बार भी बीजेपी में सरकार में आने के बाद भूमिपूजन हुआ लेकिन, आज भी इसका इंतजार गोहद की जनता को है कि कब काम शुरू होगा, इस बात पर भी मेवाराम जाटव ने जल्द से जल्द पूरा करने के लिए विधानसभा सदन में इस मुद्दे को रखने की बात कही.
विधायक बनते ही बात से पलट नेताजी
कहावत है कि नेताओं की बात पर भरोसा नहीं किया जा सकता कुछ ऐसा ही विधायक बने मेवाराम जाटव के साथ भी हुआ, जहां प्रचार के दौरान सचिन पायलट की सभा में मेवाराम जाटव ने जनता से भावुक होकर अपील की थी कि वे चौथी बार चुनाव लड़ रहे हैं और ये उनका आखिरी चुनाव होगा "अगर वोट न दे पाए तो समय निकालकर दो कंडे चिता पर डालने आ जाना" जब इस बात के प्रभाव को लेकर उनसे सवाल किया गया तो वह अपनी बात से पलटते हुए बोले कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं बोला उन्होंने जनता से भरोसा करने और चुनाव जिताने की अपील की थी.
जनता के वादों पर खरा उतरने की कही बात
ईटीवी भारत से खास बातचीत के अंतिम दौर में विधायक मेवाराम जाटव ने कहा कि स्थानीय प्रत्याशी होने की जवाबदारी के साथ वे अब जनता से किये वादों पर काम करेंगे और जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरेंगे.
चौथी बार में हासिल की सफलता
मेवाराम जाटव अब तक चार बार गोहद से चुनावी मैदान में उतर चुके हैं, उन्होंने एक बार बीएसपी और एक बार पहले भी कांग्रेस से चुनाव लड़ा लेकिन, उन्हें तीन बार असफलता हाथ लगी, आखिरकार 2020 के उपचुनाव में उन्हें कांग्रेस ने एक बार फिर मौका दिया और रणवीर जाटव का विरोध उनके लिए वरदान साबित हुआ, जिसका परिणाम रणवीर के बजाए जनता ने मेवाराम को विधायक चुना.
करीब 12 हजार वोट से दर्ज की जीत
कांग्रेस प्रत्याशी मेवाराम जाटव ने इस उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी रणवीर जाटव जो कि सिंधिया खेमे से आते हैं, उन्हें 11,899 वोटों से शिकस्त दी है. मेवाराम जाटव को गोहद विधानसभा में 51.57 वोट हासिल हुए हैं, जिनकी संख्या 63,643 है. इन वोट्स में 63,164 वोट ईवीएम से और 479 डाक मतपत्रों से हासिल हुए हैं, वहीं दूसरे स्थान पर रहे बीजेपी प्रत्याशी रणवीर जाटव को कुल 51,744 वोट हासिल हुए, जबकि बसपा प्रत्याशी यशवंत पटवारी की जमानत जब्त हो गई है, उन्हें महज 3,614 वोट मिले हैं.