बड़वानी। जिला मुख्यालय पर कलेक्टर कार्यालय परिसर के बाहर किसानों ने भारतीय किसान संघ के बैनर तले एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया. किसानों ने अधूरे कर्जमाफी व मंदसौर आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज केस वापस लेने तथा सब्जी मंडियों में 8 फीसदी आढ़त प्रथा वसूली बन्द करने की मांग सहित किसानों से सम्बंधित समस्याओं के निराकरण करने की मांग की है.
किसान संघ ने प्रदेश सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, कर्जमाफी समेत तमाम मांगों को लेकर दिया धरना
किसानों ने भारतीय किसान संघ के बैनर तले एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया. जहां किसानों ने अधूरे कर्जमाफी व मंदसौर आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज केस वापस लेने तथा सब्जी मंडियों में 8 फीसदी आढ़त प्रथा वसूली बन्द करने की मांग सहित किसानों से सम्बंधित समस्याओं के निराकरण करने की मांग की है.
किसानों ने जल्द उनकी मांगों और समस्याओं का शासन द्वारा निराकरण नहीं किए जाने उग्र आंदोलन करेन की चेतावनी दी है. वहीं खरगोन जिले के ग्राम भान बरड़ में खेतों में मजदूरी कम देने की मांग को लेकर जिला कलेक्टर के नाम डिप्टी कलेक्टर को महिलाओं द्वारा ज्ञापन सौंपा गया. इसके साथ ही गांव में शौचालय और आवासों के निर्माण कराने की मांग की है. महिलाओं का कहना है कि सरपंच सचिव उनकी बात नहीं सुनते हैं.
इसके साथ ही मंडला जिले में किसान अपने अनाज का भुगतान नहीं किए जाने से परेशान हैं. किसानों ने सहकारी समितियों की मदद से सरकार को अपनी धान की फसल समर्थन मूल्य पर बेची थी. वहीं 6 महीने बीत जाने के बाद भी विक्री विपणन सहकारी समिति बिछिया में किसानों द्वारा बेची गयी धान की विक्रय राशी आज भी इनके खातों में नहीं भेजी गई है. जिसके बाद मंगलवार को कुछ किसान कलेक्टर के पास पहुंचे और जल्द ही धान की विक्रय राशि के भुगतान करने का आवेदन किया है.