बड़वानी। दीपावली के त्योहार को लेकर व्यापारियों के चेहरे से रौनक गायब दिख रही है. दुकानों पर देर शाम तक मंदी का असर साफ दिखाई दिया. चाहे सराफा बाजारा हो ऑटोमोबाइल सेक्टर, इलेक्ट्रॉनिक या बर्तन व्यवसाय. सभी व्यवसाय को पिछले सालों साल के व्यवसाय की तुलना में 15% से 50% कमी बता रहे हैं.
धनतेरस के दिन व्यापारियों के मुरझाए चेहरे व्यवसाय के सेक्टर में मंदी छाई हुई है वहीं व्यापारियों के चेहरे से रौनक गायब है. व्यवसायियों के मुताबिक अतिवृष्टि के चलते क्षेत्र की मुख्य फसल कपास, मूंगफली और अन्य फसलों से उपज प्रभावित हुई है. जिसके चलते किसान और मध्यमवर्गीय परिवार की आर्थिक स्थिति डगमगा गई है.
ईटीवी भारत ने बाजार की रियलिटी चैक की तो केवल टू-व्हीलर, ऑटोमोबाइल क्षेत्र में थोड़ी सी रौनक देखी है. इसके अलावा सराफा व्यवसाई बर्तन व्यवसाई तथा इलेक्ट्रॉनिक सहित फोर व्हीलर ऑटोमोबाइल क्षेत्र में भारी मंदी दिखाई दिख रही है.
व्यवसायियों ने बताया कि डूब क्षेत्र होने से लोगों को 30 से 40 किलोमीटर घूमकर बड़वानी आना पड़ता है. साथ ही पिछले 3 दिनों से लगातार हो रही बूंदाबांदी और मावठ ने ग्राहकों को बाजार से दूरी बनाने को मजबूर किया है.
व्यवसाय राजेंद्र कुमार गुप्ता का कहना है कि इससे पहले पुष्य नक्षत्र पर भी इसी तरह बाजार ठंडा रहा था साथ ही 2 दिन धनतेरस मनाई जाने के बावजूद पहले दिन बाजार में धन की वर्षा नहीं हुई.
वहीं सराफा व्यवसाई शिव प्रकाश कुमार सोनी ने बताया कि सराफा व्यवसाय में भी मंदी का असर दिख रहा है. उनके अनुसार इंदौर संभाग के कई शहरों में अतिवृष्टि की मार ने ग्राहकों की जेब खाली कर दी है.