बालाघाट। वारासिवनी के आलेझरी ग्राम पंचायत का राजस्व रजेगांव एक अलग ग्राम पंचायत बनते-बनते रह गया. जिससे मायूस होकर रजेगांव के सैकड़ों ग्रामीणों ने रविवार को खनिज मंत्री प्रदीप जायसवाल के पास गुहार लगाई है कि वह रजेगांव को ग्राम पंचायत का दर्जा दिलवाएं.
ग्रामीणों ने खनिज मंत्री को सौंपा ज्ञापन, ग्राम पंचायत बनाने की कर रहे मांग
वारासिवनी में ग्रामीणों ने खनिज मंत्री को रजेगांव गांव को ग्राम पंचायत बनाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा है. ग्राम पंचायत घोषित से पहले आलेझरी के सरपंच जितेन्द्र सिंह ने इस पर आपत्ति पेश कर दी थी.
रजेगांव को ग्राम पंचायत का दर्जा मिलने वाला था, लेकिन आलेझरी के सरपंच जितेन्द्र सिंह ने इस पर आपत्ति पेश कर दी. जिसकी सुनवाई के बाद प्रशासन ने राजस्व ग्राम रजेगांव को ग्राम पंचायत का दर्जा नहीं दिया और सिर्फ चार नई ग्राम पंचायतें गठित करने की अंतिम अधिसूचना जारी कर दी गई. जिसके बाद रजेगांव के ग्रामीणों ने वारासिवनी एसडीएम और बालाघाट कलेक्टर के समक्ष आवेदन पेश कर रजेगांव को ग्राम पंचायत घोषित करने और आपत्ति को निरस्त करने की मांग की थी. लेकिन प्रशासन ने दावा, आपत्ति और सुझाव की तारीख निकल जाने और अंतिम अधिसूचना जारी हो जाने का हवाला देकर ग्रामीणों की मांग को खारिज कर दिया.
मध्यप्रदेश शासन द्वारा पंचायतों के चुनावों को लेकर जारी प्रक्रिया के तहत नवीन परिसीमन का कार्य संपादित किया गया था. जिसके तहत वारासिवनी जनपद पंचायत अंतर्गत 5 नवीन ग्राम पंचायत गठित करने की अधिसूचना जारी की गई थी. जिसके लिए दावा, आपत्ति व सुझाव आमंत्रित किए गए थे. शासन ने जो नई 5 पंचायतों का गठन किया था, उनमें ग्राम पंचायत आलेझरी के राजस्व ग्राम रजेगांव को अलग करके पंचायत का दर्जा दिया जा रहा था.