आगर-मालवा।देवास संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाले आगर शहर में रेलवे लाइन सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा होता है. 1975 तक यहां नेरोगेज ट्रैन दौड़ा करती थी, जिसका टिकट घर आज भी आगर में मौजूद है लेकिन जनप्रतिनिधियों की अनदेखी के चलते आगर से यह सुविधा छिन गई. यही वजह है कि हर बार विधानसभा व लोकसभा चुनाव में यहां रेलवे सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा होता है.
25 से अधिक से आगर में हर बार चुनाव में रेलवे लाइन सबसे बड़ा मुद्दा होता है, सालों से क्षेत्रवासी रेल की मांग कर रहे हैं लेकिन इतने सालों बाद भी यहां सर्वे के आलावा अबतक कुछ भी नहीं हुआ. इस बार भी रेल के नाम पर नेता वोट मांग रहे हैं. मतदाताओं का एक वर्ग है जो कि रेल की उपलब्धता ही क्षेत्र के विकास के लिए सबसे जरुरी मान रहे हैं. रेलवे लाइन को लेकर अब आगर के 500 से अधिक दुकानदारों ने अभियान चलाया है.