उज्जैन।लोकयुक्त ने एक रिश्वत खोर पटवारी को रंगे हाथ 12 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है. (Ujjain Patwari Caught Red Handed) आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है. (Prevention of Corruption Act) आरोपी जमीन के नामांतरण के लिए 15 हजार की रिश्वत मांगी थी. फरियादी ने 15 हजार देने पर असमर्थता जताई इसके बाद 12 हजार में सौदा तय हुआ था. फरियादी ने लोकायुक्त पुलिस को शिकायत कर दी. जिसे महाकाल वाणिज्य स्तिथ निजी कार्यालय पर ट्रैप कर रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया है.
Ujjain Lokayukta Police Action: 12 हजार की रिश्वत लेते हुए पटवारी रंगे हाथ गिरफ्तार, जमीन के नामांतरण के लिए मांगे थे 15 हजार - उज्जैन पटवारी रंगे हाथ गिरफ्तार
उज्जैन लोकायुक्त ने रिश्वत खोर पटवारी को रंगे हाथ किया गिरफ्तार किया है. (Ujjain Lokayukta Police Action) मामले में लोकायुक्त पुलिस द्वारा बताया गया कि जमींन के नामांतरण के लिए आरोपी पटवारी नितिन खत्री ने 15 हजार की रिश्वत की मांग की थी.
15 हजार की मांगी थी रिश्वत: लोकयुक्त निरीक्षक राजेन्द्र वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि, फरयादी रविंद्र देशपांडे शहर के हरिओम विहार कॉलोनी में रहते हैं. 11जून को लोकायुक्त कार्यालय उज्जैन में उपस्थित होकर पुलिस अधीक्षक को शिकायत की थी. उन्होंने बताया कि, उसकी पत्नी रेणुका खत्री के नाम मोहनपुरा स्तिथ जमीन का नामांतरण करवाना है. इसके एवज में पटवारी नितिन खत्री 15 हजार की रिश्वत की मांग रहा है. शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए लोकयुक्त ने 21 जुलाई गुरुवार को पटवारी नितिन खत्री को उसके महाकाल वाणिज्य केंद्र स्थित निजी कार्यालय से 12 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर भ्रस्टाचार अधिनियम के तहत करवाई की जा रही है.
Ujjain Lokayukta Police Action: एमपी हाउसिंग बोर्ड का बाबू रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, मकान के नामांतरण के लिए मांगे थे 20 हजार
रिश्वतखोरों पर कार्रवाई: हालांकि क्षेत्र का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी लोकायुक्त पुलिस कई रिश्वतखोरों को गिरफ्तार कर चुकी है. (Ujjain Lokayukta Police Action) हाल ही में देवास जिला कोर्ट (Dewas District Court) में सम्पत्ति प्रबंधन शाखा में पदस्थ एक अधिकारी को लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथ गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की थी.(Ujjain Lokayukta Police Action) पुलिस द्वारा बताया गया था कि, आरोपी मकान का नामांतरण करने के एवज में रिश्वत की मांग की थी. 12 जुलाई की शाम लोकायुक्त ने उज्जैन के नागदा में एक शिक्षक को 7वीं कक्षा की मार्कशीट नहीं देने और मार्कशीट देने के बदले 9500 की रिश्वत मांगने पर धर दबोचा था. इससे पहले लोकयुक्त ने नागदा निवासी पटवारी जितेंद्र सिंह राणावत को 7000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर चुकी है.