जबलपुर। संभाग के सबसे बड़े लेडी एल्गिन अस्पताल (Lady Elgin Hospital) में एक बड़ी घटना होते होते टल गई. नवजात बच्चों के एसएनसीयू वार्ड में किसी शरारती तत्व ने ऑक्सीजन सप्लाई को रोक दिया. गनीमत रही कि समय रहते अस्प्ताल में तैनात कर्मचारियों ने देख लिया. जिसके बाद ऑक्सीजन सप्लाई को बहाल किया गया. तब जाकर बच्चों के परिजनों और प्रबंधन की जान में जान आई. जिस समय ऑक्सीजन सप्लाई को बाधित किया गया उस समय एसएनसीयू वार्ड में 30 नवजात भर्ती थे.
लेडी एल्गिन अस्पताल ऑक्सीजन सप्लाई रुकी जोखिम में नवजातों की जान: बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले लेडी एल्गिन अस्पताल में तैनात अधिकारियों और आउटसोर्स कर्मचारियों का विवाद हुआ था. माना जा रहा है कि ऑक्सीजन सप्लाई रोकने की घटना उसी को लेकर हुई हो. हालांकि, अस्प्ताल प्रबंधन ने इस मामले में पुलिस से शिकायत दर्ज कराने की बात कही है. वार्ड में अचानक से ही ऑक्सीजन सप्लाई कम हो गई, जिसके बाद परिजनों ने इसकी सूचना अस्प्ताल में तैनात अधिकारियों को दी. आनन-फानन में टेक्नीशियन को बुलाकर चेक करवाया गया तो देखा कि जहां से ऑक्सीजन सप्लाई होती है वहां पर उसे बन्द कर दिया गया था.
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बड़ी घटना टली: लेडी एल्गिन अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड (sncu ward) में अगर समय रहते ऑक्सीजन सप्लाई की ओर ध्यान नहीं दिया जाता तो निश्वित रूप से कोई बड़ी घटना घट सकती थी. नवजात बच्चों की जान भी जा सकती थी. इस घटना के बाद से परिजनों में हड़कप मचा हुआ है. परिजनों के मुताबिक अस्पताल के मुख्य गेट पर सुरक्षाकर्मी जरूर तैनात रहते हैं, पर वह यह नहीं पूछते की अंदर किस काम से जा रहे हैं. इसके अलावा आउटसोर्स कर्मचारी भी आते-जाते रहते हैं.
घटना के बाद अस्पताल प्रबंधन अलर्ट: घटना के बारे में बताया जा रहा है कि एल्गिन अस्पताल में आक्सीजन सप्लाई के लिए कई चैंबर बनाए गए हैं. एक चैंबर से एसएनसीयू में आक्सीजन भेजी जाती है. ऑक्सीजन सप्लाई रोके जाने और 30 नवजात बच्चों की जान पर बन आने के बाद अब लेडी एल्गिन अस्प्ताल प्रबंधन अलर्ट मोड में आ गया है. अस्प्ताल अधीक्षक ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने की बात कही है. वहीं, कर्मचारियों और डॉक्टरों को निर्देश दिए हैं कि संदिग्ध व्यक्ति के दिखने पर तुरंत पुलिस को सूचना दी जाए.
(Oxygen supply stopped in Jabalpur hospital)