जबलपुर। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना के तहत मिलने वाली मदद छोटे कारोबारियों को अभी तक नहीं मिल पायी है. इस योजना के तहत स्थानीय निकायों के माध्यम से बैंको के जरिए छोटे कारोबारियों को दस हजार से दो लाख रुपए तक का लोन देने की घोषणा की थी. हर साल यह टारगेट मार्च में ही दे दिया जाता था. लेकिन इस साल जब इसकी सबसे ज्यादा जरुरत थी. ऐसे वक्त में यह टारगेट जून महीनें में भी पूरा नहीं हुआ है.
लॉकडाउन की वजह से लोगों के उद्योग धंधे बंद हो गए हैं. खासतौर पर छोटी पूंजी वाले दर्जी, लकड़ी का काम करने वाले बढ़ई, वेल्डर, फास्ट फूड का काम करने वाले लोग और ऐसे छोटे-मोटे कई कारोबारी जिनकी पूंजी हजारों में थी, उन्हें लॉकडाउन की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कारोबारियों को उम्मीद थी कि सरकार उनकी मदद करेगी. लेकिन अब तक उन्हें ऐसी कोई मदद नहीं मिली है.
आर्थिक सहायता की जमीनी हकीकत
जबलपुर के उद्योग भवन से पता चला कि राज्य सरकार की मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना नाम से स्कीम चलाई जाती है, इसी के जरिए उन्हें लोन दिया जाता है जिसकी गारंटी सरकार लेती है. हालांकि सरकार कोई लोन नहीं देती लोन बैंक से ही मिलता है. नगर-निगम जिन लोगों के प्रोजेक्ट पास कर देती है उन लोगों को यह पैसा मिल पाता है.