इंदौर। जिले के सेंट्रल जेल में बंद 40 से अधिक कैदियों को गांधी जयंती पर रिहा किया गया. मध्यप्रदेश की विभिन्न जेलों से छूट रहे कैदियों का आंकड़ा 500 है. मध्य प्रदेश सरकार ने जेल में बंद कैदियों को साल में दो की जगह 4 बार रिहा करेगी, इसकी शुरुआत आज गांधी जयंती से हो रही है. सरकार अब तक 15 अगस्त और 26 जनवरी को ही जेल में लंबी सजा काट चुके कैदियों को सजा माफी देकर छोड़ती थी. अब गांधी जयंती और अंबेडकर जयंती पर भी अच्छे चरित्र वाले कैदियों को रिहाई मिलेगी. (indore central jail )
Indore Central Jail: 02 अक्टूबर को जेल से रिहा हुए 45 कैदी, एमपी सरकार ने गांधी जयंती पर पहली बार बंदियों को किया रिहा
MP में 02 अक्टूबर को इंदौर की सेंट्रल जेल से 45 कैदी रिहा किए गए. मध्य प्रदेश की जेलों में पहली बार गांधी जयंती के मौके पर कैदियों को जेल से रिहा किया गया. इससे पहले 15 अगस्त और 26 जनवरी को ही कैदियों को जेल से रिहा किया जाता था. अब गांधी जयंती और अंबेडकर जयंती पर भी अच्छे चरित्र वाले कैदी छूटेंगे. पूरे प्रदेश से 500 कैदी रिहा हो रहे. (indore central jail ) (indore central jail prisoners released) (prisoners released on Gandhi Jayanti in mp)
बंदियों को मिलेगा पारिश्रमिक: जेल सुपरिटेंडेंट अलका सोनकर ने बताया कि मध्यप्रदेश शासन के आदेश अनुसार गांधी जयंती पर पहला बार जेल में बंद कैदियों को रिहा किया जा रहा है. इनमें से 14 साल से लेकर कुछ बंदी 20 साल से जेल में बंद थे. उनके चरित्र और आगे भविष्य को देखते हुए उन्हें सरकार ने माफी दी है और इसी कड़ी में उन्हें छोड़ा जा रहा है. जेलर ने बताया कि रिहाई के दाैरान उन्हे पारिश्रमिक भी दिया जा रहा, जो बंदियों ने सश्रम कारावास के दौरान जेल में बंद रहकर कमााया, बंदियों को करीब 5 लाख रूपए पारिश्रमिक बांटा गया. (indore central jail prisoners released) (prisoners released on Gandhi Jayanti in mp)