ग्वालियर। मध्य प्रदेश भले ही लाख दावे कर ले, कि वो बाढ़ पीड़ितों की हर तरह से मदद करने को तैयार है, लेकिन ग्राउंड रिपोर्ट बताती है, कि कहनी और करनी में एक बड़ा अंतर है, जनता बाढ़ से तो परेशान है, उनके पास खाने तक के लिए अनाज नहीं बचा है, बच्चों का भी बुरा हाल है, ऐसी भयावह स्थिति में अगर मंत्री ये बयान दें कि दो दिन राशन पहुंचाएंगे, तो इससे बड़ी शर्मनाक बात क्या होगी.
बाढ़ प्रभावित इलाकों का मंत्री तुलसी सिलावट ने किया दौरा
चंबल अंचल में सैकड़ों गांव ऐसे हैं, जो पूरी तरह बाढ़ की चपेट में हैं, ऐसे में खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और ग्वालियर जिले के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट से निर्देश दिए हैं कि वह हर गांव में जाकर सर्वे करें, कहां कितना नुकसान हुआ है, यही वजह है कि खुद प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट तीन दिन से ग्वालियर जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं, इस दौरान मंत्री तुलसी सिलावट ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
बाढ़ प्रभावितों को मदद का आश्वासन
प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि हमारी सरकार और जिला प्रशासन लगातार उन बाढ़ प्रभावित इलाकों में जाकर लोगों की मदद में जुटे हुए हैं, लोगों के साथ हमारी सरकार बिल्कुल मुस्तैदी से काम कर रही है.
जो बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हो गए हैं उनको तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दे दिए हैं, इसके साथ ही उन्होंने कहा है मैं खुद उन इलाकों में जा रहा हूं, जहां आपदा से लोग प्रभावित हुए हैं, जल्द से जल्द उनको मदद पहुंचाने का भी आश्वासन दिया है.