छिंदवाड़ा।प्रदेश में छिंदवाड़ा जिले के पांढुर्णा में आकाशीय बिजली के कहर ने 3 लोगों की जान ले ली, जबकि तीन लोग बुरी तरह से झुलस गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पांढुर्णा के 3 अलग-अलग गांव में खेत में काम कर रहे किसानों पर आसमानी कहर बरपा जिससे हडकंप मच गया.
आकाशीय बिजली गिरने से खेत में काम करने के दौरान 3 लोगों की हुई मौत :दरअसल, पहली घटना ग्राम पठरा में घटित हुई यहां खेत में कपास की बुआई कर रही 65 वर्षीय सुमित्रा (पति केशव बरठे) बारिश होने के दौरान पेड़ के नीचे खड़ी थी, तभी अचानक गर्जना के बाद आकाशीय बिजली पेड़ पर गिर पड़ी जिससे वह बुरी तरह से झुलस गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
आकाशीय बिजली की चपेट में आये लोग दूसरी घटना दुधा में सामने आई , यहां भी खेत में बुआई करते समय बारिश से बचने के दौरान 20 वर्षीय सुषमा भलावी अपने पिता गोपाल भलावी के साथ कोठे में छिप गए थे. तभी अचानक कोठे के पास स्थित पेड़ पर बिजली गिर गई. बिजली की चपेट में आने से सुषमा भलावी बुरी तरह से झुलस गई, उसकी मौके पर ही मौत हो गई. जबकि, उसके पिता गोपाल भलावी भी झुलस गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. (Chhindwara three framers died )
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पांढुर्णा के चांगोबा में आकाशीय बिजली गिरने की तीसरी घटना सामने आई, यहां अपने पूरे परिवार के साथ बुआई कर रहे किसान संतोष (पिता राजगुरू कवरेती) बारिश आते ही खेत में बने कोठे में चला गया जहां अचानक बिजली गिर गई और बिजली की चिंगारी से संतोष इस कदर झुलसा की उसका पूरा शरीर जल गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई. इसके अलावा उसके साथ कोठे में मौजूद उसकी पत्नी कविता कवरेती और मुन्नी बाई उमरझिरे बुरी तरह से घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एक के बाद एक घटित हुई इन घटनाओं से पूरे पांढुर्णा क्षेत्र में हडकंप का माहौल है.(Three framers died in lightning strike)
बारिश के सीजन में आकाशीय बिजली गिरने के मामले ज्यादा :बरसात के सीजन में आकाशीय बिजली गिरने के मामले ज्यादा बढ़ जाते हैं, शहरी इलाकों में अकाशीय बिजली न गिरे इसके लिए तड़ित चालक लगाए जाते हैं. लेकिन, ग्रामीण इलाकों में इसकी व्यवस्था नहीं होती. अधिकतर मामले खेतों में काम करने के दौरान के देखे जाते हैं. दरअसल, खेतों में किसान काम करते हैं इसी दौरान गरज के साथ बारिश होती है और आकाशीय बिजली गिरती है. खेतों में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं होती है जिसकी वजह से अधिकतर किसानों को मौत का सामना करना पड़ता है. पिछले दिनों छिंदवाड़ा के तामिया में भी एक मामला सामने आया था जिसमें बिजली गिरने से किसान की मौत हो गई थी.