भोपाल। देश के 698 जिलों के 17,475 गांवों में गुरुवार को 'स्वच्छ भारत' मिशन (Swachh bharat mission) के दूसरे चरण के तहत स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण (Swachh Survekshan Gramin) 2021 की शुरूआत की जाएगी. 'आजादी का अमृत महोत्सव' (Amrit mahotsav) के हिस्से के रूप में, स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण का उद्देश्य देश में खुले में शौच मुक्त (ODF) हस्तक्षेपों और परिणामों में तेजी लाना है. जल शक्ति मंत्रालय (Ministry of Jal Shakti) की ओर से बुधवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि सर्वे 2021 के संचालन के लिए एक विशेषज्ञ एजेंसी को काम पर रखा गया है, जिसके तहत गांवों, जिलों और राज्यों को प्रमुख मापदंडों का उपयोग करके रैंक किया जाएगा.
देश भर के 698 जिलों के 17,475 गांवों को कवर किया जाएगा
9 सितंबर को शुरू होगा 'स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण' अभियान, देश के 698 जिलों के 17,475 गांव लेंगे हिस्सा
'स्वच्छ भारत' मिशन के दूसरे चरण के तहत स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2021की शुरूआत देश के 698 जिलों के 17,475 गांवों से की जाएगी. स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण का उद्देश्य देश में खुले में शौच मुक्त (ODF) हस्तक्षेपों और परिणामों में तेजी लाना है. स्वच्छ भारत मिशन से संबंधित मुद्दों पर प्रतिक्रिया के लिए लगभग 1,74,750 परिवारों का साक्षात्कार लिया जाएगा. नागरिकों को इस उद्देश्य के लिए विकसित एक एप्लिकेशन का इस्तेमाल करके स्वच्छता से संबंधित मुद्दों पर ऑनलाइन प्रतिक्रिया देने के लिए प्रेरित किया जाएगा.
स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण के हिस्से के रूप में, देश भर के 698 जिलों के 17,475 गांवों को कवर किया जाएगा. सर्वे के लिए इन गांवों में कुल 87,250 सार्वजनिक स्थानों जैसे स्कूल, आंगनवाड़ी, सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र, हाट/बाजारों/धार्मिक स्थलों का दौरा किया जाएगा. स्वच्छ भारत मिशन से संबंधित मुद्दों पर प्रतिक्रिया के लिए लगभग 1,74,750 परिवारों का साक्षात्कार लिया जाएगा. नागरिकों को इस उद्देश्य के लिए विकसित एक एप्लिकेशन का इस्तेमाल करके स्वच्छता से संबंधित मुद्दों पर ऑनलाइन प्रतिक्रिया देने के लिए प्रेरित किया जाएगा.
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पेयजल और स्वच्छता विभाग (डीडीडब्ल्यू) ने इससे पहले 2018 और 2019 में 'स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण' (एसएसजी) चलाया था. एसएसजी केवल एक रैंकिंग अभ्यास नहीं है, बल्कि 'जन आंदोलन' (Jan aandolan) बनाने के लिए एक वाहन रहा है.