भोपाल।आलू को सब्जियों का राजा कहा जाता है, जिसकी सब्जी हर घर में और हर मौसम में बनाई जाती है. यह एक ऐसी सब्जी है जो 12 महीने बाजार में बिकती है. इसके स्वाद का कोई जवाब नहीं है. बच्चों से लेकर बड़े तक सभी को बेहद पसंद होता है. ज्यादातर आलू सफेद या पीले रंग का होता है, लेकिन क्या आपने कभी बैंगनी रंग का आलू देखा है. अगर नहीं देखा तो आज देख लिये. मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आलू की बैगनी रंग की किस्म उगाकर किसान ने चौंका दिया है.
भोपाल के किसान मिश्रीलाल राजपूत ने उगाए बैंगनी रंग के आलू लाल भिंडी के बाद बैंगनी आलू
मध्यप्रदेश के किसान इन दिनों रंग बिरंगी सब्जी उगाकर कमाल कर रहे हैं. भोपाल में कुछ महीनों पहले किसान ने लाल भिंडी उगाकर हैरान कर दिया था. अब बैंगनी कलर का आलू उगाकर नवाचार किया है. इस आलू की किस्म सामान्य आलू की तरह ही है, लेकिन स्वास्थ्य की दृष्टि से यह ज्यादा फायदेमंद है. साथ ही इसकी कीमत सामान्य आलू से ज्यादा बताई जा रही है, यानि यह किसान को मुनाफा भी देगा.
भोपाल के किसान ने उगाए बैंगनी रंग के आलू आलू अनुसंधान संस्थान शिमला से खरीदा था बीज
राजधानी भोपाल के खजूरी कला में रहने वाले किसान मिश्रीलाल राजपूत ने केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान शिमला (Central Potato Research Institute Shimla) से आलू का कुफरी नीलकंठ का बीज खरीदा और फिर इसे अपने खेत में उपज के लिए डाल दिया. नीलकंठ आलू की यह किस्म पंजाब, हरियाणा ,उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में खेती के लिए उपयुक्त है. आलू की कुफरी नीलकंठ वैरायटी में कुफरी ललित, कुफरी लालिमा और कुपरी सिंदूरी नाम की प्रचलित किसमें हैं.
2 एकड़ में बोया नीलकंठ आलू
खजूरी कला के किसान मिश्रीलाल राजपूत ने बताया कि 2 एकड़ में आलू की नई किस्म को लगाया था. आने वाले समय में वे 10 एकड़ में इसका उत्पादन करने की योजना बना रहे हैं. उन्होंने बताया कि यह आलू एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर है. खास बात यह है कि इसकी कीमत सामान्य आलू से ज्यादा है जिससे उसे अधिक मुनाफा होगा. यह आलू 25 से 30 रूपए प्रति किलो में बाजार में उपलब्ध कराया जाएगा.
भोपाल के किसान मिश्रीलाल राजपूत ने उगाए बैंगनी रंग के आलू सफेद आलू की तुलना में ज्यादा पौष्टिक
इस आलू की बनावट लगभग आम तरह के सफेद आलूओं जैसी होती है पर ये और सफेद आलू की तुलना में ज्यादा पौष्टिक होता है. इसमें ज्यादा एंटी ऑक्सीडेंट होता है. वहीं इसके न्यूट्रिशनल वैल्यू की बात करें, तो इसमें सफेद आलू की तुलना में कम स्टार्च होता है. इसमें अच्छे पोषक तत्व होते हैं और यह आहार के लिए काफी अच्छा हो सकता है. जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत रहती है उनके लिए बैंगनी आलू काफी फायदेमंद है. ये ब्लड में शुगर की मात्रा को कंट्रोल रखता है.
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नई वैरायटी के आलू की होगी टेस्टिंग
एमपी हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट (MP horticulture department) के डिप्टी डायरेक्टर बीएस कुशवाहा का कहना है कि किसान ने आलू की इस नई वैरायटी के उत्पादन को लेकर हमें जानकारी दी है. हम जल्दी ही इसकी वैराइटी की पड़ताल करेंगे और मार्केट में इसको उतारा जाएगा. भारत के अनेक अनुसंधान केन्द्रों की लगातार कोशिश होती है की भारतीय जलवायु के अनुसार अनुसंधान कर किसानों के लिए लगातार कुछ नए उत्पाद तैयार करें, ताकि किसानों की कृषि में लागत कम हो उत्पादन अधिक एवं नुकसान न हो. साथ ही उस उत्पाद से देश के सभी लोगों को कुछ न कुछ लाभ मिल सके.
पहले उगा चुके हैं लाल भिंडी
इससे पहले किसान मिश्रीलाल राजपूत अपने खेत में लाल रंग की भिंडी उगा चुके हैं, जिसकी कीमत 800 रुपये किलो रही है. सामान्य तौर पर भिंडी का रंग हरा होता है लेकिन मिश्रीलाल ने नई किस्म का बीज लाकर लाल रंग की भिंडी उगाई. यह भी स्वस्थ्य की दृष्टि से काफी फायदेमंद मानी गई है. दिल की बीमारी, ब्लड प्रेशर की शिकायत, डायबिटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल की दिक्कत के लिए भी यह भिंडी बड़े काम की बताई गई.
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