नई दिल्ली। महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार पर अस्तित्व का खतरा मंडरा रहा है और शिवसेना के कई विधायक सूरत में डेरा डाले हुए हैं. हालांकि, अब खबर आ रही है वे सभी गुवाहाटी पहुंच गये हैं. इस बीच, कांग्रेस ने राजनीतिक संकट से निपटने के लिए वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को महाराष्ट्र भेजा है. कांग्रेस महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ एमवीए गठबंधन के सहयोगियों में से एक है, जिसमें शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) भी शामिल है.
कमलनाथ विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त :कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कमलनाथ को राजनीतिक संकट को देखने के लिए विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त किया है, खासकर जब कुछ कांग्रेस सदस्यों ने महाराष्ट्र में हाल ही में एमएलसी चुनावों के दौरान कथित तौर पर क्रॉस-वोट किया था. कमलनाथ के राकांपा प्रमुख शरद पवार के साथ अच्छे संबंध हैं.
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