भोपाल(Bhopal)।मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कांग्रेस द्वारा बच्चों को राजनीति में शामिल करने के लिए बनाई जा रही बाल कांग्रेस (Bal Congress) को लेकर सियासत गरमा गई है. इसके गठन की प्रक्रिया पर बाल आयोग (Children Commission) ने आपत्ति जताई है. बाल आयोग का कहना है कि राजनीति के दलदल में बालकों को नहीं फंसने दिया जाएगा. बाल संरक्षण आयोग के सदस्य बृजेश चौहान का कहना है कि प्रदेश कांग्रेस द्वारा बाल कांग्रेस के गठन पर आयोग को निश्चित तौर पर आपत्ति है, 18 साल से कम उम्र के बच्चों को इतनी समझ नहीं होती है, इसलिए बच्चों को राजनीति की ओर ले जाना ठीक नहीं है. वहीं कांग्रेस ने इस फैसले पर आपत्ति जताई है.
बाल आयोग ने गठन पर जताई आपत्ति राष्ट्रीय विचारों से अवगत कराने बन रही 'बाल कांग्रेस'
बाल कांग्रेस के गठन को लेकर बाल आयोग ने आपत्ति जताई है. मामले पर अब जमकर राजनीति भी शुरू हो गई है. मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता के.के मिश्रा का कहना है कि बच्चों को सरस्वती शिशु मंदिर में सांप्रदायिकता का पाठ पढ़ाया जाता है, तो बीजेपी को आपत्ति नहीं है. राष्ट्रीय विचारों से अवगत कराने के लिए बाल कांग्रेस का गठन किया जा रहा है, तो फिर इसमें बीजेपी को क्यों आपत्ति है.
राष्ट्रीय विचारों से अवगत कराने बन रही 'बाल कांग्रेस' कांग्रेस अपनी विचारधारा को करेगी मजबूत , 'आरएसएस' की शाखा का 'बाल कांग्रेस' से देगी जवाब
एक लाख बच्चों को बाल कांग्रेस से जोड़ा जाएगा
बाल कांग्रेस की घोषणा के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक बाला बच्चन को इसका प्रभारी बनाया है. 14 सितंबर से बाल कांग्रेस के गठन की शुरुआत होगी. बाल कांग्रेस में 1 लाख सदस्यों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है. इससे जुड़ने वाले सदस्यों की उम्र 16 से 20 साल रहेगी. बाल कांग्रेस के जरिए पार्टी उन्हें राष्ट्र निर्माण, देशभक्ति, नीतियों का पाठ पढ़ाकर बौद्धिक रूप से सुसज्जित करना चाहती है.
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की नई पीढ़ी को साधने की जुगत
सबसे पहले रामदास आठवले ने की थी पहल
वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक अजय बोकिल ने बताया कि बाल संगठन बनाने का पहला विचार आरपीआई नेता रामदास आठवले को आया था. उन्होंने अपने बच्चे को स्थापित करने के लिए इस तरह के संगठन बनाने की बात छेड़ी थी. अब कांग्रेस ने इसी तरह से बाल कांग्रेस बनाने की बात की है. अजय बोकिल का मानना है कि कांग्रेस में सेवा दल जैसा संगठन होने के बावजूद बाल कांग्रेस के गठन की जरूरत क्यों है. राजनीतिक विश्लेषक अजय बोकिल ने आगे कहा कि RSS ने अपनी विचारधारा से जोड़ने के लिए बच्चों के स्कूल खोले, अब कांग्रेस को इससे सबक लेना चाहिए.