भोपाल।आमतौर पर मोबाइल चोरी हो जाए तो उसका मिलना नामुमकिन ही समझा जाता है, लेकिन राजधानी के एक 17 साल के बच्चे ने अपने पिता का चोरी हुआ महंगा मोबाइल एक घंटे में ही ढूंढ निकाला. दरअसल, मोबाइल चुराने वाले आरोपी को पता ही नहीं था कि, मोबाइल में ट्रेकिंग डिवाइस है, इससे वह जहां-जहां जा रहा है, उसकी लोकेशन बच्चे के दूसरे नंबर पर मिल रही थी. बच्चा आरोपी का पीछा करते करते उसके घर तक पहुंच गया, जहां आरोपी चोरी का मोबाइल छोड़कर भाग निकला. मोबाइल में ट्रैकिंग डिवाइस इंस्ट्राॅल कर आप भी अपने मोबाइल को सिक्योर कर सकते हैं.
आप भी ऐसे ढूंढ सकते हैं खोया हुआ मोबाइल ऐसे किया मोबाइल चोर का पीछा
12 वीं क्लाॅस में पढ़ने वाले अचिन्त्य तिवारी पिता के साथ जय प्रकाश हाॅस्पिटल स्थित एक मेडिकल शाॅप पर दवा खरीदने पहुंचे थे, उसी दौरान उनके पिता का सैमंसग कंपनी का महंगा मोबाइल चोरी हो गया. उन्होंने मोबाइल आसपास देखा, लेकिन जब मोबाइल नहीं मिला तो अचिन्त्य ने अपने दूसरे मोबाइल नंबर से चोरी हुए मोबाइल को रिमोट पर लिया और लाॅक कर दिया. इसके बाद जब चोरी हुए मोबाइल की लोकेशन देखी तो उसमें लगातार मूवमेंट दिखा, इसके बाद अचिन्त्य ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर चोर का पीछा करना शुरू किया.
ऐसे मिला मोबाइल
चोर मोबाइल फोन लेकर भीम नगर झुग्गी में घुस गया, लेकिन बच्चे ने चोर का पीछा नहीं छोड़ा. अचिन्त्य ने बताया कि, चोरी किए गए मोबाइल पर लगातार काॅल किया गया लेकिन चोर मोबाइल को बार -बार बंद कर रहा था हालाकि, मोबाइल रिमोट पर होने की वजह से अचिन्त्य दूसरे मोबाइस से फिर ऑन कर देता था, जिससे फोन की लगातार लोकेशन मिल रही थी. करीब डेढ़ किलोमीटर तक पीछा करने के बाद भीम नगर झुग्गी इलाके में चोर के घर तक पहुंच गया, चोर को जैसे ही समझ आया वह मोबाइल एक महिला को देकर भाग निकला. बाद में अचिन्त्य को अपना मोबाइल मिल गया.
हाई सिक्यूरिटी कारों की चोरी करने वाला आरोपी धरा गया, राजस्थान, गुजरात, यूपी सहित कई राज्यों में 100 से अधिक केस थे दर्ज
उपयोगी साबित हुई ट्रिक
अचिन्त्य ने बताया कि, उसे अलग-अलग साॅफ्टवेयर और ऐप के बार में जानकारी लेना पसंद है. उसे अलग-अलग ऐप की मदद से मोबाइल ट्रेक करने और उसे रिमोट पर लेने की ट्रिक इंटरनेट पर देखी थी. जब अचिन्त्य के पिता ने महंगा मोबाइल लिया तो उसने मोबाइल में ट्रैकिंग डिवाइस इंस्टॉल कर दी थी, इससे वह जब चाहे पिता की लोकेशन पता कर लेता था साथ ही कई बार पापा को परेशान करने के लिए मोबाइल को लाॅक भी कर देता था. अचिन्त्य का कहना है कि, उसने कभी नहीं सोचा था कि मोबाइल चोरी होने पर भी यह उपयोगी साबित होगा.
मोबाइल खोने पर क्या करें
सायबर एक्सपर्ट शोभित चतुर्वेदी के मुताबिक, अब महंगे एंड्राॅयड फोन में बिल्ड इन फाइंड माय डिवाइस फीचर आते हैं, यह आपके मोबाइल को काफी हद तक सिक्योर कर देते हैं. यदि किसी मोबाइल में यह डिवाइस नहीं है, तो गूगल पर ऐसे कई डिवाइस मौजूद हैं जिन्हें इनबिल्ड किया जा सकता है. यह फीजर की मदद से आप अपने मोबाइल की लोकेशन ट्रेक कर सकते हैं. अगर आपका मोबाइल खो जाए तो सीधे लैपटाॅप या किसी अन्य फोन से इसको ट्रेक किया जा सकता है. आप इससे मोबाइल को लाॅक कर सकते हैं और जरूरत पड़ने पर इसका पूरा डाटा डिलीट भी कर सकते हैं.
ऐसे एक्टिव कर सकते हैं फाइंड माय डिवाइस
- सबसे पहले सेटिंग्स में जाएं और सिक्योरिटी पर टैप करें.
- डिवाइस एडमिनिस्ट्रेशन पर टैप करें.
- यहां फाइंड माय डिवाइस पर एक्टिव करें.
- इसके बाद फिर सेटिंग्स पर आए और लोकेशन को ऑन कर दें.
- मोड को हाई एक्युरेसी कर लें. इसके बाद गूगल लोकेशन हिस्ट्री को ऑन कर लें.
- मोबाइल खो जाने पर किसी दूसरे मोबाइल या लैपटाॅप पर गूगल सर्च पर फाइंड माय फोन टाइप करें.
- यहां फाइंड माय डिवाइस पर सर्च वाले ऑपशन में अपना ईमेल और पासवर्ड डालें, इसके बाद आपको अपने मोबाइल की लगातार लोकेशन दिखाई देगी.
मोबाइल की लोकेशन मिलेगी, तीन विकल्प होंगे-
- इसमें आप चाहें तो, अपने मोबाइल पर रिंग योर फोर का विकल्प चुन सकते हैं. इसमें फोन साइलेंट रहेगा तब भी रिंग करेगा.
- आप चाहें तो, अपने फोन कर लाॅक कर सकेंगे. इससे कोई भी आपके मोबाइल को ऑफ नहीं कर सकेगा.
- इसमें एक ऑप्शन इरेज योन फोन का भी होगा. इसका उपयोग तभी करें, जब लगे कि आपका मोबाइल वापस नहीं मिल सकेगा और उसके डाटा का दुरुपयोग हो सकता है.