खरगोन। शहर को पेयजल उपलब्ध कराने वाले देजला और देवड़ा बांध सूख चुके हैं, ऐसे में खारक बांध में बचा पानी शहरवासियों को पेयजल के रूप में उपलब्ध कराने के लिए अंतिम खेप छोड़ा जाएगा. लेकिन इससे पहले नगर पालिका अमले ने नदी किनारे पुलिस बल लगाकर किसानों की मोटरों को जब्त करने की कार्रवाई की है, जिसकी वजह से किसान नाराज नजर आए.
किसानों की मोटर जब्त कर प्रशासन पहुंचाएगा लोगों तक पानी, किसान नाराज
शहरवासियों को खारक बांध से पेयजल उपलब्ध कराने से पहले नगरपालिका ने किसानों की मोटरों को जब्त करने की कार्रवाई है, जिसकी वजह से किसान नाराज नजर आए.
खरगोन शहर को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए देजला देवड़ा और खारक बांध से पानी छोड़ा जाता था, लेकिन इस साल पड़ी भीषण गर्मी में देजला, देवड़ा और खारक बांध ने साथ छोड़ दिया, जिससे शहरवासियों के लिए पेयजल का संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में देजला, देवड़ा और खारक बांध से छोड़े जाने वाले पानी का किसान अपने खेतों में सिंचाई के लिए दोहन कर लेते हैं. इसे लेकर पेयजल को कुन्दा तट पर बने बैराज तक पानी पहुंचाने के लिए नदी किनारे पुलिस के साए में नगर पालिका अमले ने किसनों की नदी किनारे लगा रखी मोटरों को जब्त किया. वहीं नगरपालिका अमले को किसानों के क्रोध का सामना भी करना पड़ा.
नगरपालिका सीएमओ निशिकांत शुक्ला ने कहा कि देजला, देवड़ा और खारक बांध से शहर को पेयजल सप्लाई होता है. गर्मी की वजह से बांध में पानी खत्म हो चुका है. खारक बांध से दो पम्पों के माध्यम से पानी परिवहन कर लाया जा रहा है. किसानों और नगर पालिका अमले के बीच विवाद की स्थिति बनी थी, लेकिन समझाने के बाद बात किसानों की समझ में आ गई है.