देवास। कोरोना काल में जहां एक ओर काम-धंधा चौपट है तो वहीं कई परिवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. ऐसा ही हाल प्रदेश के अतिथि शिक्षकों का भी है, कोरोना काल में स्कूल बंद होने से अतिथि शिक्षकों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. इसी समस्या को लेकर संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष दिलीप परमार ने स्कूल शिक्षा मंत्री इन्दर सिंह परमार से अतिथि शिक्षकों की समस्या का निराकरण कराने की मांग की है.
संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ ने स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के सामन रखी ये मांग
अपनी कई मांगों को लेकर संयुक्त अतिथि शिक्षक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष दिलीप परमार ने स्कूल शिक्षा मंत्री इन्दर सिंह परमार से मुलाकात कर जल्द समाधान कराने की मांग की है.
परमार ने कहा कि जो अतिथि शिक्षक विगत 10-12 वर्षों से शासकीय स्कूलों में शैक्षणिक कार्य अल्प मानदेय पर कर रहे हैं, उन्हें जुलाई, अगस्त माह में जॉइनिंग देकर अप्रैल में हटा दिया जाता है, जो उचित नहीं है. वर्तमान में कोरोना महामारी के चलते किए गए लॉकडाउन के कारण शिक्षक आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं. इसलिए इनकी मांग पर ध्यान दिया जाए और उन्हें 12 माह का सेवाकाल दिया जाये. साथ ही इन्हें उसी संस्था में रखा जाये, जहां वे कार्य कर रहे हैं. इसके अलावा मई माह से अगस्त माह तक का वेतन दिया जाए, ताकि अतिथि शिक्षकों का आर्थिक संकट दूर हो.
ये हैं प्रमुख मांगे
1.गुरुजी की भांति विभागीय परीक्षा लेकर नियमित किया जाये.
2.उनके पक्ष में 100 विधायक व 10-20 सांसद पक्ष-विपक्ष दोनों के लिखित सहमति पत्र हैं तो नियमतिकरण में देर क्यों?
3.उपचुनाव से पहले हमारा और हमारे बच्चों का भविष्य सुरक्षित किया जाए.
4. जो अतिथि शिक्षक पूर्व से कार्य कर रहे हैं, उन्हें यथावत रखा जाए.