ऊनाः स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए जिला मुख्यालय के विभिन्न बाजारों में सैंपलिंग बढ़ा दी है. कारोबारियों को अनिवार्य रूप से कोरोना की टेस्टिंग करवाने के निर्देश देने गई टीम को विरोध का सामना करना पड़ा है.
एसडीएम डॉ. निधि पटेल के सामने ही कारोबारियों ने हंगामा खड़ा कर दिया. कारोबारियों ने खुलकर प्रशासनिक आदेशों को तुगलकी फरमान करार देना शुरू कर दिया. कारोबारियों का कहना है कि जो व्यापारी स्वेच्छा से सैंपल देना चाहे, केवल उन्हीं की टेस्टिंग करवाई जाए. इस दौरान व्यापारियों ने दुकानें बंद करनी शुरू कर दी.
रैंडम सैंपलिंग का किया विरोध
कारोबारियों का कहना है कि केवल उन दुकानदारों के ही सैंपल करवाए जाएं, जिनमें कोविड-19 के लक्षण हो या जो स्वेच्छा से सैंपलिंग करवाना चाहें. सभी के सैंपल करवाने के आदेश सरासर गलत हैं. इससे कारोबार भी प्रभावित होगा. लॉकडाउन के दौरान सबसे ज्यादा प्रभावित कारोबार जगत ही रहा है. अब ऐसे में अगर सैंपलिंग की अनिवार्यता थोपी जाती है, तो उन्हें और भी ज्यादा नुकसान होने का अंदेशा है.