ऊनाःलॉकडाऊन के बीच जिला में डाकसेवा किसी वरदान से कम साबित नहीं हो रही है. कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए डाक मंडल ऊना पेंशनरों को डोर-टू-डोर पेंशन पहुंचा रहा है.
इसके लिए डाक विभाग ने डीसी ऊना संदीप कुमार की अनुमति से जिलाभर में 4 मोबाइल वैन की सुविधा शुरू की है. खास बात यह है कि यह चलता-फिरता डाकघर उचित मूल्य की दुकान पर खड़ा होगा. डाक विभाग ऊना ने दो दिनों में जिला भर के अलग-अलग क्षेत्र में करीब 2 करोड़ रुपये पेंशनरों को घर-द्वार पर पहुंचाए हैं.
डाकघर मंडल ऊना के अधीक्षक रामतीर्थ शर्मा ने बताया कि लॉकडाऊन के चलते पेंशन धारकों को किसी प्रकार की सुविधा पेश न आए, इसके लिए डोर-टू-डोर पेंशन पहुंचाई जा रही है. उन्होंने बताया कि जिला ऊना में कुल 40 हजार पेंशनर है, जिनमें से 30 हजार के खाते पोस्ट ऑफिस में है, जबकि 10 हजार के बैंक में है.
उन्होंने बताया कि डाक मंडल ऊना ने वेलफेयर कार्यालय से प्राप्त पेंशन राशि को सभी के बचत खातों में जमा कर दिया गया है. सभी पेंशन धारक अपनी पेंशन के लिए अपने नजदीकी डाकघर में संपर्क कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि पेंशन लेते हुए सभी सामाजिक दूरी की पालना भी करें, ताकि कोविड-19 जैसी महामारी से बचा जा सके. दिव्यांग एवं वृद्ध पेंशन धारकों से विशेष निवेदन है कि वह जितनी जरुरत हो उतनी पेंशन के लिए अपने नजदीकी डाकघर के डाकपाल से दूरभाष पर संपर्क कर सकते हैं, ताकि उनको उनकी जरुरत के अनुसार पेंशन घर पर वितरित की जा सकी.