डिप्टी सीएम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का लिया जायजा ऊना:हिमाचल प्रदेश में बारिश आफत बनकर बरस रही है. जिसकी वजह से प्रदेश के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात हैं.ऊना जिले में भी भारी बारिश ने कई स्थानों पर कहर बरपाया है. हरोली विधानसभा क्षेत्र के कई गांवों में घरों, दुकानों और खेतों में बरसाती पानी से घुसने से लोगों का खासा नुकसान हुआ है. अपने गृह विधानसभा क्षेत्र में बारिश से नुकसान होने की सूचना मिलते ही डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री हरोली क्षेत्र पहुंचें. जहां उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
हरोली विधानसभा में बारिश से नकसान की खबर मिलते ही डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री शिमला में अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर बुधवार की शाम को ही हरोली क्षेत्र पहुंचे. बीते देर शाम उन्होंने सबसे पहले खड्ड गांव में हुए भारी नुकसान का अधिकारियों की टीम के साथ जायजा लिया. खड्ड के बाद मुकेश अग्निहोत्री ने विधानसभा क्षेत्र के अन्य बारिश प्रभावित गांव का भी निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने लोगों से बातचीत कर उनकी परेशानियों को जाना. साथ ही अधिकारियों को बारिश से हुए नुकसान का आकलन करने और लोगों को राहत पहुंचाने के दिशा निर्देश भी दिए.
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का लिया जायजा जिला ऊना में बारिश में कहर बरपाया है. खासकर हरोली विधानसभा क्षेत्र में कई गांवों में बरसाती पानी ने घरों, खेतों और सड़कों को भारी क्षति पहुंचाई है. ऐसे में हरोली विधानसभा क्षेत्र में बारिश से नुकसान की खबर मिलते ही उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री शिमला में अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर हरोली पहुंचें. जिला में पहली बारिश से विभिन्न विभागों को करीब 2 करोड़ के नुकसान आंकलन किया गया है. मुकेश अग्निहोत्री ने बारिश प्रभावित इलाकों का दौरा किया और जिला प्रशासन को जल्द राहत कार्य चलाने के निर्देश दिए और जो सड़के बंद हुई थी, उन्हें खोलने के निर्देश दिए.
बाढ़ प्रभावित घरों का जायजा लेते डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा पानी के तेज बहाव का आना चिंता का विषय है, इससे हम भी चिंतित हैं. इसे व्यवस्थित करने के लिए हर संभव प्रयास होंगे. हम हर समय लोगों के साथ खड़े हैं. अधिकारियों को नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए गए हैं, जो भी राहत होगी वह लोगों तक जल्द पहुंचाई जाएगी. डिप्टी सीएम ने कहा करीब 15 सौ करोड़ रुपए की लागत से स्वां नदी का तटीयकरण हुआ है और बहुत बड़ा भूमि का हिस्सा कृषि योग्य बना है. सहायक खड्डों का काफी हिस्सा अभी भी चैनेलाइजेशन से वंचित है, जिसकी रिपोर्ट बनाकर इस कार्य को भी जल्द करवाने का प्रयास किया जाएगा.
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