सोलन: कोरोना से निपटने के राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. कोरोना महामारी से हर वर्ग इन दिनों परेशान हैं, लेकिन किसानों का हौंसला इस मुश्किल घड़ी में भी बुलंद है. किसान दिन रात मेहनत करके फसलों को मंडियों तक पहुंचा रहे हैं, ताकि आमजन को इस मुश्किल घड़ी में भी किसी असुविधा का सामना ना करना पड़े.
भले ही प्रदेश की सब्जियां इन दिनों बाहरी राज्यों की मंडियों तक नही पहुंच रही हैं, लेकिन प्रदेश की मंडियों में किसानों की फसलों का उन्हें उचित दाम मिल रहा है. हालांकि पिछले साल के मुकाबले किसानों को उनकी फसलों के दाम कम मिले हों, लेकिन प्रदेश की मंडियां लगातार प्रयास कर रही हैं कि किसानों को इस संकट की घड़ी में आर्थिक तंगी से उभारा जाए.
कोरोना काल में 24 मार्च से प्रदेश में कर्फ्यू लगा दिया गया था. बावजूद इसके किसानों ने हिम्मत नहीं हारी. किसानों की फसलें भले ही इस बार मंडियों तक लेट पहुंची और ओलावृष्टि और बारिश होने से किसानों की फसलें खराब भी हो गई थीं, लेकिन किसानों की फसलों को सब्जी मंडी ने ग्रेडिंग के हिसाब से लिया और अच्छे दाम दिए.
ऑनलाइन व्यापार से किसानों को हुआ इस बार 97 लाख का भुगतान
वहीं, बात अगर सोलन सब्जी मंडी की कि जाए तो मंडी में इस बार कोरोना काल में मटर के सीजन का ऑनलाइन व्यापार 97 लाख 11 हजार 586 रुपये किया गया है, यही नहीं e-naam के माध्यम से 24 घंटे के भीतर ही जरूरतमंद किसानों को 12 लाख रुपये भी भुगतान किए गए हैं साथ ही साथ सोलन सब्जी मंडी में व्यापार बढ़ाने के लिए इस बार करसोग मंडी कृषक संघ को भी जोड़ा गया है. इस संघ के माध्यम से भी करीब 5-6 लाख का मटर का कारोबार किया गया है.