सोलन:प्रदेश की जयराम सरकार भले ही अच्छी और गुणवत्ता शिक्षा देने के बारे में बड़ी-बड़ी बातें कर रही हो, लेकिन फर्जी डिग्री मामले में दो विश्वविद्यालय सवालों के घेरे में है. फर्जी डिग्री के मामले में आरोपों में घिरे सोलन के एक निजी विश्वविद्यालय मानव भारती के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने विश्वविद्यालय में छापामारी की.
पुलिस ने हरियाणा में भी की छापेमारी
सोलन के अलावा पुलिस ने हरियाणा में भी इसी संबंध में छापेमारी की है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मामला दर्ज करने के बाद विवि में छापा मारा है और रिकॉर्ड को अपने कब्जे में ले लिया है. मौके से बिना चैक की हुई आंसर शीट्स विश्वविद्यालय के स्टोर से बरामद हुई हैं, कई आंसर शीट्स में ओवर राइटिंग भी मिली है. इसके अलावा एक अन्य विश्वविद्यालय की अंसर शीट, हाजिरी रजिस्टर, पहचान पत्र भी पुलिस ने बरामद किए है.
करीब 50 पुलिस कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय में पहुंचकर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक ब्लॉक को सील किया. मामले की जांच के दौरान पुलिस के हाथ कुछ अहम जानकारियां लगने के बाद आईजी दक्षिण क्षेत्र आसिफ जलाल ने भी मौके पर पहुंचकर यहां के रिकॉर्ड को खंगाला. कुछ ऐसे दस्तावेज भी मिले हैं जिन्हें यूजीसी द्वारा मान्यता नहीं थी. इससे विवि की मुश्किलें बढती नजर आ रही हैं.
महिला ने दर्ज करवाया मामलाजानकारी के अनुसार सोलन में चल रहे एक निजी विश्वविद्यालय के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला एक महिला ने दर्ज करवाया है. इस मामले की जांच शुरू करते ही पुलिस की टीम ने विश्वविद्यालय में छापा मारा और रिकॉर्ड को सील कर दिया है. पुलिस ने मौके पर से कम्प्यूटर की 30 हार्ड डिस्क को सील किया है. इसके अलावा 5 लैपटॉप को भी अपने कब्जे में लिया है. पुलिस ने विश्वविद्यालय के स्टोर में जांच के दौरान कई बिना चैक की गई आंसर शीट्स बरामद की है.
विधानसभा में उठ चुका है मुद्दाफर्जी डिग्री मामला को लेकर पहले भी विपक्ष विधानसभा में सरकार को घेर चुका है, विपक्ष ने वॉकआउट करते हुए सरकार की घेराबंदी की और कहा कि सरकार के संरक्षण में फर्जी डिग्रियों का व्यापार चल रहा है. इसको लेकर पुलिस ने छानबीन के लिए एसपी सोलन की अध्यक्षता में एसआइटी का गठन किया. इसी तरह के मामले की शिकायत हरियाणा की चरखी दादरी निवासी महिला ने पुलिस थाना धर्मपुर में भी दर्ज करवाई है. पिछले साल भी संसद में विवि की फर्जी डिग्री का मामला उठा था.मामले में एफआइआर भी दर्ज की गई थी, लेकिन जांच में कुछ नहीं निकला.
प्रबंधकों के फोन बंद
चेयरमैन राज कुमार राणा के सभी फोन नंबर बंद हैं. विश्वविद्यालय में तैनात स्टॉफ का भी फोन बंद है. कयास है कि जांच की भनक लगने के बाद सभी गायब हो गए. पुलिस का कहना है कि जब हरियाणा स्थित प्रबंधक का पक्ष जानने के लिए उनके निवास पर पहुंचे तो वे गायब मिले. एसपी अभिषेक यादव ने बताया मानव भारती विश्वविद्यालय में दबिश के दौरान कुछ ऐसे दस्तावेज मिले हैं. जो विवि की कार्यप्रणाली को सवालों के घेरे में खड़ा कर रहे है. जल्द ही इस मामले में रिपोर्ट दी जाएगी.