सोलनः शमलेच के जंगलों में पिछले दिनों भयानक आग लगी. दमकल विभाग को आग पर काबू पाना बहुत ही मुश्किल हो रहा था, क्योंकि जंगल के रास्तों का पता न होने की वजह से उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ रही थी. ऐसे में कुछ स्थानीय महिलाओं ने विभाग के कर्मचारियों की सहायता की गई और जंगलो में लगी आग पर काबू पाने में स्थानीय महिलाओं का बहुत बड़ा योगदान रहा.
शमलेच के जंगलों में लगी थी आग बता दें कि जंगल मे लगी आग की सूचना अग्निशमन के कर्मचारियों को शाम को मिली. सूचना मिलने के उपरांत ही दमकल टीम मौके पर पहुंची. आग का तांडव इतना भयावह था कि आसानी से आग पर काबू नहीं किया जा सकता था.
स्थानीय लोगों और महिलाओं ने दमकल विभाग के साथ मिलकर 6 घंटों की कड़ी मशक्कत से आग पर काबू पाया. इस दौरान दमकल विभाग के लीडिंग फायर मैन कुलदीप ठाकुर ने बताया कि इन महिलाओं के सहयोग के कारण ही आग पर काबू पाना मुमकिन हुआ है.
उन्होंने बताया कि महिलाओ के सहयोग से लगभग 50 लाख की संपत्ति को बचाया गया. आग फैलते-फैलते गौशाला तक पहुंच गई और लगभग 15 पशुओं की जान भी खतरे में आ गई थी, लेकिन स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया और पशुओं की जान भी बचा ली गई.
शमलेच के जंगलों में लगी थी आग लीडिंग फायर मैन कुलदीप ठाकुर ने बताया कि 6-7 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद नरेश कुमार, आसाराम और चमन लाल के रिहायशी मकानों को भी आग से बचाया गया है. उन्होंने बताया कि ऐसी महिलाओं और लोगों को सम्मानित करने की आवश्यकता है, जो बिना किसी डर के सामाजिक हित के लिए कार्य करते हैं. बिना जान की परवाह किए इन महिलाओं ने दमकल विभाग के कर्मचारियों के साथ मिलकर सरकारी वन संपदा, रिहायशी भवनों और गौशाला को जलने से बचाया है.