सोलन: नगर निगम की पानी के बिल को लेकर हुई विशेष बैठक हंगामेदार रही. पानी के बिल के मुद्दे को लेकर भाजपा पार्षदों ने निगम की बैठक में खूब हंगामा किया. भाजपा का आरोप था कि कांग्रेस नगर निगम चुनाव में जनता से किए गए वायदों को पूरा नहीं कर रही है. भाजपा ने कांग्रेस शासित नगर निगम पर शहर की जनता के साथ धोखा करने का आरोप लगा दिया. बैठक में हंगामा इतना बढ़ गया कि भाजपा पार्षद ने नारेबाजी करते हुए बैठक से वॉकआउट किया और नगर निगम परिसर में जमकर प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में भाजपा के सभी 7 निर्वाचित और 5 मनोनीत पार्षदों ने भाग लिया.
सभी पार्षद अपने हाथों में कांग्रेस का घोषणा पत्र लेकर इसे लागू करने की मांग कर रहे थे जिसमें शहर के लोगों को हर माह मुफ्त में पानी उपलब्ध करवाने का वायदा किया गया था, लेकिन कांग्रेस अब अपने इस वायदे अब पीछे हट गई है. सबसे बड़ी बात यह है कि भाजपा पार्षद नगर निगम के नहीं, बल्कि स्थानीय विधायक के खिलाफ नारेबाजी कर रही थी.
भाजपा पार्षद मीरा आनंद का कहना है कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में जब हर माह मुफ्त पानी उपलब्ध करवाने का वायदा किया है तो फिर क्यों 12500 रुपए लीटर की स्लैब लगा रही है और इसके लिए भी 100 रुपए चार्ज कर रही है. उनका आरोप था कि कांग्रेस ने चुनाव जीतने के लिए शहर के लोगों के साथ झूठा वायदा किया था. इसके अलावा कांग्रेस ने मुफ्त घर द्वार कूड़ा एकत्रित करने का वायदा भी किया था, लेकिन इस बैठक में इसको लेकर कोई चर्चा ही नहीं की गई. इससे साबित हो गया है कि कांग्रेस चुनाव में जनता से किए गए वायदों से अब पीछे हटना शुरू हो गई है. भाजपा पार्षदों ने हाउस टैक्स को कम करने की मांग भी बैठक में रखी, लेकिन इस पर भी कोई चर्चा ही नहीं हुई.