पांवटा साहिब: चिलचिलाती गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है तो वहीं, अब ग्रामीणों को पेयजल की समस्याएं भी उत्पन्न हो रही हैं. पांवटा साहिब के सबसे बड़े गांव नघेता के डेढ़ सौ से अधिक परिवारों के 1200 लोगों को पानी की विकराल समस्या रोजाना झेलनी पड़ रही है. ग्रामीणों का कहना है कि पिछले 7 दिनों से दो तीन किलोमीटर खड़ी चढ़ाई चढ़ कर गांव की महिलाएं व पुरुषों को पानी ढोकर लाने को मजबूर हो रहे हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि गांव के लिए उठाओ पेयजल योजना और खारा पानी से ग्रामीणों को पानी पहुंचाया जा रहा था पर इन दिनों उठाओ पेयजल योजना 7 दिनों से अपना दम तोड़ चुकी हैं तो खारा लाइन जगह-जगह से टूटी हुई है. पानी की समस्या का समाधान ना होने पर ग्रामीण बुधवार को पांवटा आईपीएच विभाग के अधिशासी अभियंता के पास समस्या लेकर पहुंचे.
कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए सरकार की गाइड लाइन है की बार-बार साबुन से हाथ धोए जाएं और अपना बचाव करें, लेकिन गांव के लोग को पीने के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में कहां हाथ धोएं गांव के बुद्धिजीवी तोताराम शर्मा ने बताया कि आईपीएच विभाग की योजनाएं दम तोड़ रही है. प्रचंड गर्मी में गांव की महिलाएं कई किलोमीटर दूर से पानी ढोकर लाने को मजबूर हैं. अब तो हालत यह हो गई है कि पानी के लिए घंटो-घंटो तक महिलाओं को खड़ा होना पड़ रहा है. ऐसे में महिलाएं घर का काम करे या पानी ढोएं.