हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहा पांवटा साहिब का ये गांव, IPH विभाग से लगाई गुहार

पांवटा साहिब के सबसे बड़े गांव नघेता के डेढ़ सौ से अधिक परिवारों के 1200 लोगों को पानी की विकराल समस्या रोजाना झेलनी पड़ रही है. ग्रामीणों का कहना है कि पिछले 7 दिनों से दो तीन किलोमीटर खड़ी चढ़ाई चढ़ कर गांव की महिलाएं व पुरुषों को पानी ढोकर लाने को मजबूर हो रहे हैं. पानी की समस्या का समाधान ना होने पर ग्रामीण बुधवार को पांवटा आईपीएच विभाग के अधिशासी अभियंता के पास समस्या लेकर पहुंचे.

Water problem in village Nagheta, गांव नघेता में पानी की समस्या
फोटो.

By

Published : Jun 17, 2020, 5:05 PM IST

पांवटा साहिब: चिलचिलाती गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है तो वहीं, अब ग्रामीणों को पेयजल की समस्याएं भी उत्पन्न हो रही हैं. पांवटा साहिब के सबसे बड़े गांव नघेता के डेढ़ सौ से अधिक परिवारों के 1200 लोगों को पानी की विकराल समस्या रोजाना झेलनी पड़ रही है. ग्रामीणों का कहना है कि पिछले 7 दिनों से दो तीन किलोमीटर खड़ी चढ़ाई चढ़ कर गांव की महिलाएं व पुरुषों को पानी ढोकर लाने को मजबूर हो रहे हैं.

ग्रामीणों का कहना है कि गांव के लिए उठाओ पेयजल योजना और खारा पानी से ग्रामीणों को पानी पहुंचाया जा रहा था पर इन दिनों उठाओ पेयजल योजना 7 दिनों से अपना दम तोड़ चुकी हैं तो खारा लाइन जगह-जगह से टूटी हुई है. पानी की समस्या का समाधान ना होने पर ग्रामीण बुधवार को पांवटा आईपीएच विभाग के अधिशासी अभियंता के पास समस्या लेकर पहुंचे.

वीडियो.

कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए सरकार की गाइड लाइन है की बार-बार साबुन से हाथ धोए जाएं और अपना बचाव करें, लेकिन गांव के लोग को पीने के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में कहां हाथ धोएं गांव के बुद्धिजीवी तोताराम शर्मा ने बताया कि आईपीएच विभाग की योजनाएं दम तोड़ रही है. प्रचंड गर्मी में गांव की महिलाएं कई किलोमीटर दूर से पानी ढोकर लाने को मजबूर हैं. अब तो हालत यह हो गई है कि पानी के लिए घंटो-घंटो तक महिलाओं को खड़ा होना पड़ रहा है. ऐसे में महिलाएं घर का काम करे या पानी ढोएं.

पढ़ें-धर्मशाला में चीन के खिलाफ प्रदर्शन, जनता से की चीनी समान के बहिष्कार की अपील

वहीं, नवयुवक मंडल प्रधान कमलेश शर्मा ने बताया कि विभाग के कर्मचारी मौके पर काम करने को तैयार नहीं दिनभर अपने घरेलू कार्य कर रहे हैं, लेकिन लोगों को पानी पहुंचाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. उन्हें शिकायत करने के बावजूद भी उनके कानों तक जूं तक नहीं रेंगी. आईपीएच विभाग के कर्मचारियों की अनदेखी की वजह से ग्रामीण पानी की बूंद बूंद के लिए मोहताज हो रहे हैं. वहीं, कमलेश शर्मा ने बताया कि पानी को घर तक लाने का खर्चा इतना है जैसे बाजार से मिल पानी खरीद कर पीना पड़ रहा हो.

फोटो.

अधिशासी अभियंता ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत मिलते ही तुरंत विभाग को आदेश जारी कर दिए हैं कि गांव के लोगों की इस समस्या का समाधान हो. उन्होंने बताया कि मोटर खराब होने की वजह से उठाओ पेयजल योजना बंद पड़ी है. मौके पर रिपेयर के लिए टीम भेज दी गई है. उन्होंने कहा कि जो कर्मचारी मौके पर तैनात हैं और सही ढंग से कार्य नहीं कर रहे हैं उन पर भी कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ उन्होंने बताया कि जो भी अवैध कनेक्शन चले हुए हैं उन्हें भी नोटिस जारी किया जाएगा ताकि लोगों को पानी मिल सके.

ये भी पढ़ें-लद्दाख में हमीरपुर के अंकुश ठाकुर शहीद, सीएम जयराम ने जताया शोक

ABOUT THE AUTHOR

...view details