नाहन: जिला सिरमौर के राष्ट्रीय पैरा एथलीट वीरेंद्र सिंह प्लास्टिक मुक्त भारत का संदेश देने के लिए राजधानी शिमला से चंडीगढ़ तक मैराथन दौड़ भागेंगे. भारत सरकार के सूचना प्रसारण मंत्रालय के प्रादेशिक कार्यालय शिमला और क्षेत्रीय ब्यूरो चंडीगढ़ के आयोजित इस कार्यक्रम के तहत ये मैराथन 30 सितंबर को शुरू होगी. वहीं, करीब 219 किलोमीटर की यह मैराथन गांधी जयंती पर 2 अक्तूबर को चंडीगढ़ में संपन्न होगी.
दरअसल, प्लास्टिक मुक्त भारत का संदेश लेकर दिव्यांग धावक वीरेंद्र की यह दौड़ 30 सितंबर से राजधानी शिमला से शुरू होगी, जोकि सोलन वाया नाहन, कालाअंब, पंचकुला होते हुए चंडीगढ़ में संपन्न होगी. इस दौरान वह करीब 219 किलोमीटर का सफर उक्त संदेश को साथ लेकर पूरा करेंगे. दौड़ के लिए वीरेंद्र जमकर अभ्यास कर रहे हैं.
उपमंडल संगड़ाह के गांव लगनू का रहने वाला यह धावक इससे पहले 14 और 17 मई को क्षेत्र के लुधियाना स्कूल की उर्मिला (14) के किडनी के इलाज के लिए भी दो चैरिटी रन कर चुका है. पर्यावरण को प्लास्टिक से मुक्ति का संदेश देने के लिए आयोजित होने वाली शिमला से चंडीगढ़ मैराथन उनकी अब तक की सबसे लंबी दौड़ है.
वीरेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पर्यावरण को प्लास्टिक कचरा मुक्त किए जाने का मुद्दा विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय मंचों से उठाए जाने से प्रभावित होकर इस मैराथन में दौड़ने का निर्णय लिया. साथ ही प्लास्टिक फ्री इंडिया मैराथन में सहयोग के लिए वीरेंद्र ने भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, अपने आयुर्वेदिक विभाग व अन्य सहयोगियों का धन्यवाद किया. इसके अलावा पैरा एथलीट वीरेंद्र सिंह ने सभी लोगों से प्लास्टिक न इस्तेमाल करने की भी अपील की है.
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